पाकिस्तान में नवंबर 2014 के बाद अगस्त में सबसे ज्यादा आतंकवादी हमले

  इस्लामाबाद: अगस्त महीने में पूरे पाकिस्तान में आतंकवादी हमलों में तेज वृद्धि हुई है, और अब तक 99 आतंकवादी घटनाएं दर्ज की गई हैं। यह जानकारी पाकिस्तान इंस्टीट्यूट फॉर कॉन्फ्लिक्ट एंड सिक्योरिटी स्टडीज (पीआईसीएसएस) द्वारा संकलित एक रिपोर्ट में दी गई है। द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, रिपोर्ट में बताया गया है कि.

 

इस्लामाबाद: अगस्त महीने में पूरे पाकिस्तान में आतंकवादी हमलों में तेज वृद्धि हुई है, और अब तक 99 आतंकवादी घटनाएं दर्ज की गई हैं। यह जानकारी पाकिस्तान इंस्टीट्यूट फॉर कॉन्फ्लिक्ट एंड सिक्योरिटी स्टडीज (पीआईसीएसएस) द्वारा संकलित एक रिपोर्ट में दी गई है। द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, रिपोर्ट में बताया गया है कि नवंबर 2014 के बाद से किसी भी एक महीने में दर्ज की गई सबसे अधिक संख्या है।

इन हमलों में 112 मौतें हुर्इं और 87 घायल हुए, जिनमें ज्यादातर सुरक्षा बलों के कर्मयिों और नागरिकों को निशाना बनाया गया था। आंकड़ों के अनुसार, जुलाई की तुलना में अगस्त में 83 प्रतिशत की वृद्धि हुई क्योंकि इस महीने में 54 हमले हुए। पीआईसीएसएस रिपोर्ट में चार आत्मघाती हमलों का भी जिक्र है, जिनमें से तीन खैबर पख्तूनख्वा (केपी) के आदिवासी जिलों में और एक मुख्य भूमि केपी में हुआ।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, इस बीच, जुलाई महीने में पांच आत्मघाती हमले हुए, जो एक साल में सबसे ज्यादा हैं। देश में 2023 के पहले 8 महीनों में कुल 22 आत्मघाती हमले हुए, जिनमें 227 लोग मारे गए और 497 घायल हुए। आंकड़ों से पता चला कि बलूचिस्तान और पूर्ववर्ती संघीय प्रशासित जनजातीय क्षेत्र (एफएटीए) पिछले महीने की तुलना में अगस्त में आतंकवादी हिंसा से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र थे।

बलूचिस्तान में जुलाई में 17 आतंकवादी हमले हुए, जबकि अगस्त में 65 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 28 हमले हुए। जबकि एफएटीए में जुलाई में 18 आतंकी हमले हुए, अगस्त में 106 प्रतिशत बढ़ोतरी के साथ हमलों की संख्या 37 हो गई। हालांकि, बलूचिस्तान में मृत्यु दर 19 प्रतिशत और एफएटीए में 29 की कमी देखी गई। द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, केपी के आदिवासी जिलों को छोड़कर आतंकवादी हमलों में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई।

जुलाई में यहां 15 हमले हुए, जोकि अगस्त में 83 प्रतिशत की वृद्धि के साथ हमलों की संख्या 29 हो गई। यहां पर मरने वालों की संख्या 188 प्रतिशत और घायलों की संख्या में 73 प्रतिशत वृद्धि हुई है। प्रांत को मुख्य रूप से टीटीपी और उससे अलग हुए समूहों द्वारा निशाना बनाया गया था, जिन्होंने कई हमलों की जिम्मेदारी ली थी। सिंध प्रांत में जुलाई में तीन और अगस्त में पांच आतंकवादी हमले हुए। थे।

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