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अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन दिवस: अंतर्राष्ट्रीय उड्डयन बाजार में चीन की अहम भूमिका 

जैसे-जैसे दुनिया वैश्वीकरण के युग में प्रवेश कर रही है, वैसे-वैसे नागरिक उड्डयन सेवाओं का महत्व भी दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। वर्तमान में नागरिक उड्डयन वैश्विक संपर्क के एक प्रमुख इंजन माना जाता है। इस संबंध में सामाजिक और आर्थिक विकास में अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन के महत्व के वैश्विक जागरूकता पैदा करने और उसे.

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जैसे-जैसे दुनिया वैश्वीकरण के युग में प्रवेश कर रही है, वैसे-वैसे नागरिक उड्डयन सेवाओं का महत्व भी दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। वर्तमान में नागरिक उड्डयन वैश्विक संपर्क के एक प्रमुख इंजन माना जाता है। इस संबंध में सामाजिक और आर्थिक विकास में अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन के महत्व के वैश्विक जागरूकता पैदा करने और उसे बढ़ाने के लिए दुनिया भर में हर साल 7 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन दिवस मनाया जाता है। साथ ही इस दिवस को मनाने के पीछे अंतर्राष्ट्रीय हवाई परिवहन की सुरक्षा, दक्षता और नियमितता को बढ़ावा देने में भी इसकी भूमिका है। 

अगर हम इस दिवस के इतिहास को देखें, तो वर्ष 1996 के दिसंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें तय किया गया था कि वर्ष 1996 के बाद हर साल 7 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन दिवस के रूप में मनाया जाएगा। प्रस्ताव में दुनिया के सभी देशों एवं क्षेत्रीय सरकारों और संगठनों से इन दिवस मनाने के लिये उचित कदम उठाने का आग्रह भी किया गया। हर पांच साल के बाद अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन यानी आईसीएओ अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन दिवस के लिए एक विशेष थीम की स्थापना करता है। इस साल यानी वर्ष 2022 की थीम “वैश्विक विमानन विकास के लिए उन्नत नवाचार” है। आईसीएओ ने वर्ष 2023 तक यही थीम रखने का फैसला किया है। इस दिवस के अवसर पर चीन और भारत समेत तमाम देशों में तरह-तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। जिनमें ध्वजारोहण समारोह, पुरस्कार समारोह, एविएशन शो, उड्डयन प्रदर्शनी और संगोष्ठी आदि शामिल हैं। इन कार्यक्रमों के माध्यम से एक तरफ़ से अपने देश के नागरिक उड्डयन की ताकत का प्रदर्शन किया जा सकता है, दूसरी तरफ़ से लोगों के बीच अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन के महत्व और हवाई परिवहन की सुरक्षा के बारे में जागरूकता भी पैदा की जाती है।

इधर यदि हम चीन के बारे में बात करें, तो जैसे भारत की तरह, चीन में भी नागरिक उड्डयन उद्योग एक बड़ा बाज़ार है, साथ ही उड्डयन बाज़ार के विकास में बड़ी संभावनाएं भी मौजूद हैं। हालांकि चीन में उड्डयन उद्योग अपेक्षाकृत देर से शुरू हुआ, फिर भी यह अंतर्राष्ट्रीय उड्डयन बाजार में बहुत तेजी से उभर रहा है और इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। विशेष रूप से हाल के वर्षों में चीन के नागरिक उड्डयन परिवहन का पैमाना तेजी से बढ़ रहा है, नागरिक उड्डयन का यात्री कारोबार राष्ट्रीय व्यापक परिवहन प्रणाली का 33.1 प्रतिशत हिस्सा है। चीन ने 128 देशों और क्षेत्रों के साथ द्विपक्षीय हवाई परिवहन समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं और 895 अंतर्राष्ट्रीय मार्ग खोले हैं। आंकड़ों के मुताबिक, हाल के 10 वर्षों में चीन ने कुल 82 परिवहन हवाई अड्डों का निर्माण या स्थानांतरण किया है। देश में हवाई अड्डों की कुल संख्या अब 250 तक पहुंच गई है, हवाई अड्डों की कुल डिजाइन क्षमता 1.4 अरब यात्रियों से अधिक है, 3 हजार से अधिक नए हवाई मार्ग जोड़े गए हैं, और मार्गों की कुल संख्या 5,581 तक पहुंच गई है। विमानन सेवा नेटवर्क में देश की 88 फीसदी आबादी और कुल आर्थिक उत्पादन का 93 प्रतिशत शामिल है। वर्ष 2021 में एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल ने 2020 के लिये दुनिया की टॉप 10 व्यस्ततम एयरपोर्ट की सूची जारी की, जिसमें चीन के 7 एयरपोर्ट शामिल किए गए थे।

इसके अलावा बोइंग कंपनी द्वारा जारी 2021 “सिविल एविएशन मार्केट आउटलुक” के अनुसार, चीन में अर्थव्यवस्था के विकास से अंतर्राष्ट्रीय हवाई यातायात के स्वस्थ विकास के लिये एक ठोस नींव रखी गई है। आउटलुक में अनुमान लगाया गया है कि वर्ष 2030 तक चीन के घरेलू यात्री बाजार यूरोपीय के आंतरिक बाजार को पीछे छोड़ देगा। साथ ही वर्ष 2040 तक चीन का घरेलू यात्री यातायात उत्तरी अमेरिकी हवाई यात्रा बाजार को पछाड़ने की उम्मीद है। वर्ष 2040 तक, चीन में घरेलू यात्री यातायात की मांग को पूरा करने के लिये पायलटों, रखरखाव तकनीशियनों और उड़ान परिचारकों सहित 4 लाख से अधिक नए विमानन पेशेवरों की आवश्यकता होगी।

(लेखक:ल्याओ चियोंग, चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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