LOVE Education Program ; नई दिल्ली : भारत पूरी दुनिया में जनसंख्या की दृष्टी से सबसे बड़ा देश है। हमने यह जगह चीन को पीछे छोड़ते हुए हासिल की है। यूएनएफपीए की 2023 में विश्व जनसंख्या रिपोर्ट के अनुसार, भारत की अनुमानित जनसंख्या 142.86 करोड़ है, जो चीन से थोड़ा आगे है। वहीं भारत के पड़ोसी देश चीन के सामने अब तक की सबसे बड़ी समस्या देश की घटती जन्मदर है। इस बात को लेकर चीन सरकार लगातार समाधान निकालने के प्रयास में है। इसी को लेकर अब सरकार कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज में लव एजुकेशन प्रोग्राम शुरू करने का विचार कर रही है। इस प्रोग्राम को लाने से सरकार को उम्मीद है कि इससे विवाह और बच्चे पैदा करने के लिए एक अनुकूल और सांस्कृतिक माहौल को बढ़ावा देना है।
दरअसल, चीन में लंबे समय तक एक बच्चे की नीति को सख्ती से लागू किया गया था। जिसके बाद से चीन की जनसंख्या में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। आपको बता दें कि इससे चीन के इकोनॉमी पर काफी बड़ा असर देखने को मिला है। यह प्रोग्राम ऐसे समय में लागू किया जा रहा है जब चीन लगातार दूसरे साल जनसंख्या में गिरावट का सामना कर रहा है। इससे सरकारी रिसोर्स और इकोनॉमी पर बुजुर्गों की आबादी के प्रभाव को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं।
हालांकि, चीन 1.4 बिलियन यानी 140 करोड़ की आबादी के साथ, चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी का खिताब रखता है, लेकिन यहां बुजुर्गों की संख्या ज्यादा है। ऐसे में सरकार का मानना है कि कॉलेज के छात्र, जो भविष्य में देश की जनसंख्या के विकास में जरूरी भूमिका निभाएंगे। रिश्तों, विवाह और परिवार पर उनके विचारों को बदलने की जरूरत है।
वहीं एक पत्रिका के द्वारा जारी किए गए रिपोर्ट के अनुसार बताया गया है कि लगभग 57 % छात्र जो कॉलेज या यूनिवर्सिटी में पढ़ते हैं वे रोमांटिक रिश्तों में शामिल होना नहीं चाहते। इसका सबसे बड़ा रिजन यह है कि उन्हें पढ़ाई की जिम्मेदारी के साथ पर्सनल रिश्तों को एक साथ बैलेंस करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। जिससे की वह रिश्तों से बचने की कोशिश करते है। वहीं इस नियम के लागू होने के बाद यह देखा जाएगा कि क्या सरकार के द्वार जनसंख्या को लेकर किया गया यह पहल सही है या नहीं।