Popularity of Yoga : चीन में योग की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। इसका एक कारण यहां लोगों में स्वास्थ्य के प्रति बढ़ती जागरूकता है। चीनी लोग खासतौर पर महिलाएं अपनी फिटनेस पर बहुत ध्यान दे रही हैं। इस दौरान चीन में बड़ी संख्या में योग सेंटर खुल चुके हैं, जिनमें योग प्रेमियों को योग अभ्यास करते देखा जा सकता है। चीन की राजधानी पेइचिंग में स्थित वीयोगा संस्थान चीन में योग का प्रसार करने में अहम भूमिका निभा रहा है। इस सप्ताहांत वीयोगा ने अपनी 8वीं वर्षगांठ मनाई। इस दौरान सेंटर के संस्थापक और योग गुरु आशीष बहुगुणा के निर्देशन में योग प्रशिक्षुओं ने योगाभ्यास किया। जिसमें विशेष तौर पर 108 बार सूर्य नमस्कार और ध्यान शामिल रहा। इस खास मौके पर योग से लगाव रखने वाले लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा था।
शनिवार को हुए योग सत्र की थीम, सेलिब्रेशन एंड ग्रेटिट्यूड रखी गयी थी। जिसमें लोकप्रिय चीनी योग टीचर लिन मिन मौजूद रहीं। जबकि रविवार को योगासनों के साथ-साथ भजन-कीर्तन व ध्यान आदि का आयोजन हुआ। दक्षिण अफ्रीका के शिक्षक वेकिल तिलक ने योग प्रेमियों को भजन-कीर्तन करवाए। जिनमें गायत्री मंत्र के अलावा कृष्ण व राम भक्ति से जुड़े भजन गाए गए। इस दौरान योग केंद्र का माहौल भक्तिमय हो गया। साथ ही योग टीचर ग्रेस ने सिंगिंग बोल (विशेष कटोरा) बजाते हुए मेडिटेशन कराया।
योगासन करने वालों ने इस अवसर पर अपने अनुभव भी साझा किए। उन्होंने बताया कि योग से उनके जीवन में किस तरह का बदलाव आया है। अब वे खुद को न केवल शारीरिक तौर पर फिट महसूस करते हैं बल्कि उन्हें मानसिक शांति भी मिलती है। यह योग के कारण ही संभव हो सका है। इसके पश्चात् योग गुरु आशीष ने योग के महत्व और चीन में योग की लोकप्रियता बढ़ने और वीयोगा की पिछले आठ वर्षों की यात्रा के बारे में बताया।
बता दें कि इन दिनों चीन में लोग अपने स्वास्थ्य पर बहुत ध्यान दे रहे हैं। चीन सरकार भी समय-समय पर लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाती हैं। ऐसे में चीनी नागरिकों के बीच थाई ची के साथ-साथ योग काफी लोकप्रिय हो चुका है। ध्यान रहे कि चीन में हर साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। जिसमें चीनी योग प्रेमी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। वीयोगा संस्थान की ओर से भी इस अवसर योग अभ्यास आदि का आयोजन कराया जाता है।
गौरतलब है कि 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र में 178 सदस्यों द्वारा 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने के प्रस्ताव को मंज़ूरी दी गयी। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रस्तुत इस प्रस्ताव को 90 दिनों के अंदर पूर्ण बहुमत से पारित किया गया। इंटरनेशनल योग दिवस के लिए 21 जून का दिन इसलिए निर्धारित किया गया, क्योंकि यह दिन उत्तरी गोलार्द्ध (ग्रीष्म संक्रांति) का सबसे लंबा दिन माना जाता है। जिसका विश्व के कई क्षेत्रों में खास महत्व होता है, जबकि आध्यात्मिक लिहाज से भी लोग इस दिवस को विशेष मानते हैं।
(अनिल पांडेय- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)