12 अक्तूबर को पेइचिंग विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय विकास मंच पर “अफ्रीका के लिए चीन के संप्रभु वित्तपोषण की प्रभावशीलता पर अनुसंधान” रिपोर्ट जारी की गई। रिपोर्ट ने पिछले 20 वर्षों में अफ्रीका के लिए चीन के संप्रभु ऋण के वित्तपोषण की स्थिति की जांच की गई और कहा गया कि अफ़्रीका को चीन का वित्तपोषण अफ़्रीकी देशों के संप्रभु ऋण के औसतन अनुपात के 10 प्रतिशत से भी कम है, और अन्य लेनदारों के साथ इसका परस्पर प्रभाव पड़ता है।
रिपोर्ट के अनुसार, साल 2000 से साल 2020 तक, अफ्रीका के लिए चीन की संप्रभु वित्तपोषण प्रतिबद्धताएँ लगभग 1 खरब 60 अरब अमेरिकी डॉलर तक हो गईं, मुख्य रूप से आधिकारिक ऋणदाताओं और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं से। उनमें से 90 प्रतिशत धनराशि का उपयोग अफ्रीका के निम्न-आय और निम्न-मध्यम-आय वाले देशों में धीमी गति से विकास वाले क्षेत्रों में बाधाओं की समस्या को हल करने के लिए किया जाता है।
रिपोर्ट ने अफ्रीका में निवेश को और बढ़ाने, अफ्रीका के लिए एक बहु-स्तरीय और विविध वित्तपोषण प्रणाली स्थापित करने का आह्वान किया है। साथ ही, उधार लेने वाले देशों के तुलनात्मक लाभ के अनुरूप उद्योगों को विकसित करते हुए निर्यात आय में वृद्धि करके मूल रूप से ऋण स्थिरता प्राप्त किया जाए।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)