Islamic State : नए साल के पहले दिन अमेरिका के न्यू ऑरलियन्स में सुबह-सुबह बोरबन स्ट्रीट पर एक शख्स ने तेज रफ्तार ट्रक को भीड़ में घुसा दिया जिसमें कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों अन्य घायल हो गए। संदिग्ध की पहचान टेक्सास निवासी 42 वर्षीय अमेरिकी नागरिक शम्सुद्दीन जब्बार के रूप में हुई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एफबीआई का कहना है कि वाहन में इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस या आईएस) का झंडा मिला है और वे इस हमले की जांच आतंकवादी कृत्य के रूप में कर रहे हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक जांचकर्ताओं का कहना है कि संदिग्ध ने हमले से कुछ घंटे पहले सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड किए थे, जिससे पता चलता है कि वह आईएसआईएस से प्रेरित था और हत्या करने का इरादा रखता था। अधिकारियों के अनुसार, जब्बार ने वीडियो में ऐसे सपने देखने की बात कही, जिनसे उसे आईएसआईएस में शामिल होने की प्रेरणा मिली।
आखिर यह आईएसआईएस क्या है जो पिछले एक दशक से आतंक का पर्याय बना हुआ है: –
करीब एक दशक पहले इस ग्रुप ने सीरिया और इराक के बड़े हिस्से पर कब्जा कर सारी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा था। अपने नियंत्रण वाले इलाके में इसने शरिया (इस्लामी कानून) का बेहद सख्त रूप लागू किया, लोगों को क्रूर दंड दिए और हत्याओं को अंजाम दिया। इन सब हिंसक कृत्यों के वीडियो बना उन्हें ऑनलाइन पोस्ट किया।
अपने शुरुआती वर्षों में आईएसआईएस दुनिया भर से हजारों लोगों को अपनी तरफ खींचने में कामयाब रहा। 2019 में पूर्वी सीरिया के बाघुज में अपने अंतिम शरणस्थल से आईएसआईएस को खदेड़ दिया गया। हालांकि इसकी कट्टरवादी विचारधारा बनी रही। अब, इस ग्रुप की सदस्यता कई महाद्वीपों में है, लेकिन सीरिया में इसका मुख्य नेतृत्व कमजोर होता जा रहा है।
इस समूह के नाम पर किए जाने वाले अधिकांश हमले उप-सहारा अफ्रीका में होते हैं। आईएस-खोरासान प्रांत (आईएसकेपी) नामक इसकी एक शाखा मध्य पूर्व और यूरोप में सक्रिय है। अपने चरम पर आईएस ने यूरोप में बड़े पैमाने पर हमले करवाए, इनमें 2015 का पेरिस के बाटाक्लान कॉन्सर्ट हॉल पर हुआ हमला भी शामिल था, जिसमें 130 लोग मारे गए थे। यह समूह हिंसा भड़काने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करता है। ग्रुप के मौजूदा नेताओं के बारे में कुछ भी पक्के तौर पर नहीं पता है।