विज्ञान और प्रौद्योगिकी के तेजी से विकास के साथ, ह्यूमनॉइड रोबोट धीरे-धीरे हमारे जीवन में प्रवेश कर रहे हैं। उत्पादन लाइनों से लेकर सेवा उद्योगों तक उनकी उपस्थिति बढ़ रही है। पिछले महीने, चीन, अमेरिका और जर्मनी की तीन संबंधित कंपनियों ने ह्यूमनॉइड रोबोट के विकास की प्रगति और अधिक उपयोग परिदृश्यों की घोषणा की है। वर्तमान दृष्टिकोण से, इसने विनिर्माण कारखानों, वाणिज्यिक खुदरा, कृषि, घरेलू, वैज्ञानिक अनुसंधान आदि जैसे कई क्षेत्रों को कवर किया है। इस बदलाव ने व्यापक चर्चा छेड़ दी है – क्या ये मानव नौकरियों की जगह ले लेंगे और बड़े पैमाने पर बेरोजगारी को बढ़ावा देंगे?
रोबोटिक तकनीक में वास्तव में सुधार हो रहा है, जो उत्पादन दक्षता और श्रम लागत में कमी के मामले में काफी संभावनाएं दिखा रहा है। ह्यूमनॉइड रोबोट जो एआई के साथ एकीकृत हैं, अच्छी हरकतें कर सकते हैं, अत्यधिक बुद्धिमान हैं, सीख सकते हैं और सोच सकते हैं, और उन्हें आराम करने की आवश्यकता नहीं होती है। चार्जिंग और मेंटेनेंस के अलावा मजदूरी देने की भी जरूरत नहीं है। कुछ लोगों ने गणना की है कि बड़े पैमाने पर तैनाती के बाद, ह्यूमनॉइड रोबोट की श्रम लागत मानव श्रमिकों की श्रम लागत के लगभग 0.45 प्रतिशत के बराबर है। चीनी उद्योग और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय का अनुमान है कि 2025 में सभी देशों के ह्यूमनॉइड रोबोट बड़े पैमाने पर उत्पादित किए जाएंगे और पूरी तरह से बाजार में प्रवेश करेंगे। इसलिए, मैकिन्से की एक रिपोर्ट का मानना है कि 2030 तक, दुनिया भर में लगभग 40 करोड़ नौकरियों की जगह ह्यूमनॉइड रोबोट ले लेंगे। मस्क ने दावा किया कि उनके द्वारा विकसित ह्यूमनॉइड रोबोट दुनिया की 70 प्रतिशत नौकरियों को बदलने की क्षमता रखते हैं, और मांग 10 अरब यूनिट से अधिक होने की उम्मीद है। एनवीडिया के सीईओ जेन्सेन हुआंग ने भविष्यवाणी की है कि 10 वर्षों में सड़कें रोबोटों से भर जाएंगी।
यह देखा जा सकता है कि ह्यूमनॉइड रोबोट अनिवार्य रूप से एक गहरा सामाजिक परिवर्तन लाएंगे। अब यह उम्मीद की जा सकती है कि ह्यूमनॉइड रोबोट निश्चित रूप से बड़ी संख्या में अपेक्षाकृत सरल और दोहराव वाली नौकरियों की जगह ले लेंगे। उदाहरण के लिए, विनिर्माण, रसद, सफाई सेवाएँ, आदि। लेकिन साथ ही, हमें यह भी देखना चाहिए कि तकनीकी प्रगति अक्सर नए व्यवसायों के जन्म और औद्योगिक संरचना के अनुकूलन के साथ होती है। इतिहास में प्रत्येक औद्योगिक क्रांति ने नौकरी बाजार में बदलाव लाए हैं। लेकिन इन नई नौकरियों के लिए उच्च-स्तरीय तकनीकी कौशल और रचनात्मक क्षमताओं की आवश्यकता हो सकती है, जैसे रोबोट डिज़ाइन, प्रोग्रामिंग, रखरखाव, निगरानी इत्यादि।
बेशक, लंबे समय में, ह्यूमनॉइड रोबोट के व्यापक उपयोग से उत्पादन क्षमता में सुधार होगा, समग्र लागत कम होगी, पर्याप्त आर्थिक विकास आएगा और आर्थिक समृद्धि और सामाजिक प्रगति को बढ़ावा मिलेगा। इसलिए, ह्यूमनॉइड रोबोटों के उदय के सामने, हमें इस बात पर अधिक ध्यान देना चाहिए कि इस परिवर्तन को कैसे अनुकूलित किया जाए। भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए अपने कौशल में सुधार करें। प्रौद्योगिकी एक दोधारी तलवार है, कुंजी यह है कि हम इसे कैसे नियंत्रित करते हैं।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)