3 दिसंबर की दोपहर, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने पेइचिंग स्थिति त्याओय्वीथाई राष्ट्रीय होटल में चीन की आधिकारिक यात्रा पर आए नेपाली प्रधान मंत्री केपी शर्मा ओली से मुलाकात की।
इस दौरान, शी चिनफिंग ने चीन-नेपाल मित्रता के लिए केपी ओली की दीर्घकालिक और दृढ़ प्रतिबद्धता की सराहना की, और बताया कि चीन और नेपाल पहाड़ों और नदियों से जुड़े अच्छे पड़ोसी, अच्छे दोस्त और अच्छे साझेदार हैं, दोनों देश हमेशा ईमानदारी से एक दूसरे के साथ व्यवहार करते हैं, एक-दूसरे का सम्मान और आपसी समर्थन करते हैं, और उनके द्विपक्षीय सम्बंधों ने स्वस्थ और स्थिर विकास बनाए रखा है।
शी चिनफिंग ने यह भी कहा कि अगले साल चीन और नेपाल के बीच राजनयिक सम्बंधों की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ होगी। चीन अपनी परिधीय कूटनीति में चीन-नेपाल सम्बंधों को एक महत्वपूर्ण स्थान पर रखता है, और नेपाल के साथ मिलकर राजनयिक सम्बंध स्थापित करने के प्रारंभिक इरादे के अनुसार, पारंपरिक मित्रता को मज़बूत करना चाहता है, नए और अधिक विकास को प्राप्त करने के लिए विकास और समृद्धि की ओर उन्मुख चिरस्थायी मित्रता की चीन-नेपाल रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा देने का इच्छुक है।
मुलाकात में शी ने बल देते हुए कहा कि चीन नेपाल के विकास पथ के चयन का सम्मान करता है जो उसकी राष्ट्रीय परिस्थितियों के अनुकूल हो, और राष्ट्रीय स्वतंत्रता, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा में नेपाल का समर्थन करता है। इसके साथ ही, चीन नेपाल के साथ रणनीतिक आपसी विश्वास को लगातार मज़बूत करने और एक-दूसरे के मूल हितों से जुड़े मुद्दों पर एक-दूसरे का दृढ़ता से समर्थन करने को तैयार है।
शी का कहना है कि चीन नेपाल के साथ मिलकर व्यावहारिक सहयोग को लगातार गहरा करना चाहता है, संयुक्त रूप से उच्च गुणवत्ता वाले “बेल्ट एंड रोड” का निर्माण करना चाहता है, बंदरगाहों, परिवहन, पावर ग्रिड, संचार और अन्य इंटरकनेक्टिविटी में सहयोग को मज़बूत करना चाहता है। इसके साथ ही, चीन अपनी क्षमताओं के भीतर नेपाल के आर्थिक और सामाजिक विकास का समर्थन करना जारी रखेगा और चीनी उद्यमों को नेपाल में निवेश और व्यवसाय स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। चीन 2025 को चीन में “नेपाल पर्यटन वर्ष” घोषित करने में नेपाल का समर्थन करता है, और व्यापार, पर्यटन और अध्ययन के लिए चीन आने वाले नेपाली दोस्तों का स्वागत करता है।
वहीं, केपी ओली ने कहा कि राष्ट्रपति शी के नेतृत्व में चीन ने शानदार विकास उपलब्धियां प्राप्त कीं, जिसे मानव प्रगति के इतिहास में एक चमत्कार कहा जा सकता है। चीन के मित्र के रूप में, नेपाल को बहुत गर्व और प्रेरणा है, और वह अपने विकास और समृद्धि को प्राप्त करने के लिए चीन के सफल अनुभव से सीखने की उम्मीद करता है।
ओली ने यह भी कहा कि नेपाल और चीन के बीच सिर्फ दोस्ती है और कोई समस्या नहीं है। दोनों देशों के रिश्ते दोस्ती, समानता और सम्मान पर आधारित हैं। नेपाल “बेल्ट एंड रोड” के संयुक्त निर्माण में सक्रिय रूप से लगातार भाग लेना चाहता है, अपने देश में निवेश करने के लिए अधिक चीनी कंपनियों का स्वागत करता है, और विभिन्न क्षेत्रों में व्यावहारिक सहयोग को गहरा करता है।
उन्होंने कहा कि शीत्सांग (तिब्बत) और थाईवान दोनों चीन की प्रादेशिक भूमि के अभिन्न अंग हैं। नेपाल दृढ़ता से एक-चीन सिद्धांत का पालन करता है, किसी भी ताकत को चीन विरोधी गतिविधियों में शामिल होने और चीन के हितों को नुकसान पहुंचाने के लिए नेपाली क्षेत्र का उपयोग करने की अनुमति नहीं देता है, और चीन के आंतरिक मामलों में किसी भी विदेशी हस्तक्षेप का विरोध करता है। नेपाल चीन के साथ मिलकर बहुपक्षीय सहयोग को मजबूत करने और वैश्विक दक्षिण के सामान्य हितों की रक्षा करने का इच्छुक है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)