अंतिम चरण में पहुंची बाबा बर्फानी की यात्रा

लखनपुर: पवित्र श्री अमरनाथ यात्रा को जम्मू-कश्मीर प्रशासन द्वारा इस बार 62 दिनों की अमरनाथ यात्रा को रखा गया है,वहीं यात्रा को शुरू हुए आज 31 दिन हो गए हैं, लेकिन 28 दिनों के भीतर पवित्र हिमशिवलिंग अंतर्ध्यान हो गए, जिससे यात्रियों की तादाद में भी काफी कमी आ गई है। पवित्र श्री अमरनाथ यात्रा.

लखनपुर: पवित्र श्री अमरनाथ यात्रा को जम्मू-कश्मीर प्रशासन द्वारा इस बार 62 दिनों की अमरनाथ यात्रा को रखा गया है,वहीं यात्रा को शुरू हुए आज 31 दिन हो गए हैं, लेकिन 28 दिनों के भीतर पवित्र हिमशिवलिंग अंतर्ध्यान हो गए, जिससे यात्रियों की तादाद में भी काफी कमी आ गई है। पवित्र श्री अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का राज्य के प्रवेश द्वार लखनपुर से आगमन तो जारी है परंतु अब यात्रा अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुकी है।

जम्मू कश्मीर प्रशासन को अंदेशा था कि इस बार अमरनाथ यात्रा में पांच-सात लाख के करीब अमरनाथ यात्री यात्रा के लिए आ सकते हैं, जिस कारण लखनपुर से लेकर अमरनाथ गुफा तक जम्मू कश्मीर प्रशासन द्वारा यात्रियों की सुविधा के लिए बेहतर इंतजाम किए गए थे, क्योंकि अमरनाथ यात्रा के दौरान मौसम में बार-बार तब्दीली और समय से पहले ही शिवलिंग पिघल जाने से यात्रियों की तादाद में काफी कमी आ गई।

लखनपुर प्रवेशद्वार से सड़क मार्ग से श्री अमरनाथ श्रद्धालुओं की संख्या में अब लगातार कमी आ गई है। वहीं अब यह संख्या 200 से भी कम हो गई है। एक तरह से यात्रा अब अंतिम चरण पर पहुंच चुकी है। यात्रियों की तादाद कम होने से पंजाब के माधोपुर में लगे लंगर बंद किए जा रहे हैं। यहां यात्रियों के स्वागत के लिए सैकड़ों की तादाद में सुरक्षाकर्मियों के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारी डॉक्टर, सफाई कर्मचारी, दिन-रात ड्यूटी दे रहे हैं। यात्री न आने के कारण यह कर्मचारी अब अपने कार्यालय में जनता को सेवाएं प्रदान करेंगे।

वहीं लौट रहे श्रद्धालुओं का कहना है कि बाबा बर्फानी के आशीर्वाद से यात्रा बहुत आरामदायक रही, लेकिन मौसम की खराबी के कारण यात्रियों को पेरशानी रही। यात्रा मार्ग पर कब धूप निकल जाए और कब बारिश हो जाए कुछ पता नहीं चल रहा है, लेकिन बारिश तो होती ही है जिस कारण फिसलन हो जाती है, लेकिन सुरक्षा कर्मचारी इस दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और जम्मू-कश्मीर प्रशासन द्वारा इस बार बहुत बढ़िया बंदोबस्त किया गया था। लंगर लगाने वाले दल यात्रियों की जी जान से सेवा करते हैं। और लाखों करोड़ों रुपया खर्च कर दूर पहाड़ियों में यात्रियों को भोजन उपलब्ध करवाते हैं और कई प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन बनाकर यात्रियों की सेवा करते हैं।

वहीं इक्का-दुक्का लोग जो अमरनाथ यात्रा जा रहे हैं। अब बम-बम भोले की जयघोष करते हुए आगे बढ़ते जा रहे हैं। लखनपुर में पहुंचते ही श्रद्धालु पूरे जोश और उत्साह से बाबा की जयघोष करना शुरू कर देते हैं। कठुआ जिले की हद में पड़ते लंगरों में यात्रियों की तादाद अब काफी कम है, लेकिन जो यात्री अमरनाथ यात्रा जा रहे हैं उनका उत्साह देखते ही बनता है, जिसमें बाबा के भजन में मस्त श्रद्धालु बम- बम भोले की जयघोष कर शिवभक्ति में सराबोर हो रहे हैं। रविवार से सोमवार शाम तक कुल दो दिनों मे 290 ही अमरनाथ यात्री सड़क मार्ग से यात्रा को रवाना हुए हैं।

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