महबूबा पुन: पीडीपी अध्यक्ष निर्वाचित, कार्यकर्ताओं से लोस चुनाव की तैयारी करने को कहा

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को गुरुवार को तीन वर्ष के कार्यकाल के लिए पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) का अध्यक्ष निर्वाचित हुई। पार्टी नेताओं ने कहा कि कि 63 वर्षीय सुश्री मुफ्ती लगातार छठी बार सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुनी गई हैं। वहीं, अध्यक्ष पद पर चुने जाने के तुरंत बाद सुश्री महबूबा ने.

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को गुरुवार को तीन वर्ष के कार्यकाल के लिए पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) का अध्यक्ष निर्वाचित हुई। पार्टी नेताओं ने कहा कि कि 63 वर्षीय सुश्री मुफ्ती लगातार छठी बार सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुनी गई हैं। वहीं, अध्यक्ष पद पर चुने जाने के तुरंत बाद सुश्री महबूबा ने कार्यकर्ताओं से 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए तैयार रहने के लिए कहा।

उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि संसदीय चुनाव आ रहे हैं और इसके लिए आपको तुरंत काम पर लग जाना चाहिए और हमें 2009 के लोकसभा चुनावों का प्रदर्शन को दोहराना चाहिए। उल्लेखनीय है कि 2009 में पीडीपी ने कश्मीर में सभी तीन लोकसभा सीटें जीती थीं। सुश्री महबूबा ने 2016 में‘टॉफी और दूध’संबंधी अपनी विवादित टिप्पणी के लिए विरोधियों पर निशाना साधा।

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने एक मां के रूप में यह कहा था। अगर उन्होंने मेरी बात सुनी होती, तो मेरी बेटी इंशा (जिसने 2016 में पेलेट गन के कारण अपनी आंखों की रोशनी खो दी थी) अंधी नहीं होती। वह उपद्रवियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़पों में संपार्श्विक बन गईं।’’ पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि उनके पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद का भाजपा के साथ सरकार बनाने का फैसला सही था। उन्होंने कहा कि उनके पिता का फैसला सही साबित हुआ है क्योंकि अगर उन्होंने उन पर लगाम नहीं लगाई होती, तो भाजपा जम्मू-कश्मीर में कहर बरपाती।

उधर, पार्टी के एक नेता ने बताया कि पीडीपी उपाध्यक्ष अब्दुल रहमान वीरी ने अध्यक्ष पद के लिए मुफ्ती के नाम का प्रस्ताव रखा जिसका पार्टी महासचिव गुलाम नबी हंजूरा ने समर्थन किया। सुश्री मुफ्ती ने कश्मीर विश्वविद्यालय से कानून में स्नातक किया है। उन्होंने 1996 में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की और पहली बार कांग्रेस के टिकट पर बिजबेहरा अनंतनाग से विधायक चुनी गईं। तीन साल बाद, उनके पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद ने कांग्रेस छोड़कर पीडीपी का गठन किया। पीडीपी ने 2003 में कांग्रेस के साथ और 2015 में भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई थी।

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