J&K में SIA ने पूरे किए दो साल, आतंकवाद विरोधी एजेंसी J&K में शून्य आतंकवाद का लक्ष्य हासिल करने के लिए कर रही प्रयास

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर पुलिस राज्य जांच एजेंसी (SIA) ने अपने अस्तित्व के दो साल पूरे किए और एजेंसी ने जम्मू-कश्मीर में ‘शून्य आतंकवाद’ हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जम्मू-कश्मीर में एक नवंबर, 2021 को गठित एसआईए को आतंकवाद से संबंधित मामलों की जांच और मुकदमा चलाने का काम सौंपा गया। साथ ही इसे राष्ट्रीय जांच.

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर पुलिस राज्य जांच एजेंसी (SIA) ने अपने अस्तित्व के दो साल पूरे किए और एजेंसी ने जम्मू-कश्मीर में ‘शून्य आतंकवाद’ हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जम्मू-कश्मीर में एक नवंबर, 2021 को गठित एसआईए को आतंकवाद से संबंधित मामलों की जांच और मुकदमा चलाने का काम सौंपा गया। साथ ही इसे राष्ट्रीय जांच एजेंसी (SIA) और अन्य केंद्रीय एजेंसियां के साथ समन्वय के लिए नोडल एजेंसी के रूप में नामित किया गया।

इन दो वर्षों में, एजेंसी ने 45 मामले दर्ज किए और आगे की जांच के लिए जम्मू-कश्मीर के अन्य थानों से 12 अतिरिक्त मामले अपने हाथ में ले लिए। उन्होंने कहा,“एजेंसी ने 31 मामलों में सफलतापूर्वक आरोप लगाए हैं, अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया है और 99 आरोपी लोगों को गिरफ्तार किया है।” एजेंसी ने जासूसी, आतंकी वित्तपोषण, नार्को-आतंकवाद, आतंकवादी कृत्यों और अल्पसंख्यक से संबंधित कई मामलों की सफलतापूर्वक जांच की है।

एसआईए ने कहा कि पूर्व मंत्री बाबू सिंह से जुड़े एक और बहुत महत्वपूर्ण आतंकी वित्तपोषण मामले में नौ आरोपी लोगों को गिरफ्तार किया गया तथा आतंकी वित्तपोषण में शामिल एक हवाला नेटवर्क का भंडाफोड़ किया गया जिसमें जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी समर्थक दुबई के माध्यम से क्रिप्टो वॉलेट का उपयोग कर काम कर रहे थे।

एजेंसी एक प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन की महिला ओजीडब्ल्यू, लिंचपिन द्वारा रची गई एक बड़ी आपराधिक साजिश की गहराई से जांच करके एक नार्को-आतंकवादी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने में सफल रही। एसआईए ने कहा, “जांच में भारत के प्रति शत्रुतापूर्ण पाकिस्तान की एजेंसियों के सक्रिय समर्थन और मिलीभगत से एक सुव्यवस्थित आपराधिक साजिश के तहत संचालित नियंत्रण रेखा पार नशीले पदार्थों और ड्रग तस्करी मॉड्यूल का पर्दाफाश हुआ।”

एजेंसी ने आतंकवाद के वित्तपोषण पर करारा प्रहार करते हुए, 134 बैंक खातों में मौजूद 1,21,84,382 रुपये को जब्त कर लिया और 5,19,86,810 रुपये नकद जब्त किए। SIA ने कहा कि इस दौरान 9,820 मूल्य की पाकिस्तानी मुद्रा और 15 हजार डॉलर भी जब्त किए गए। एजेंसी ने पुराने टाडा और पोटा मामलों सहित आतंकवाद से संबंधित मामलों के सभी भगोड़ों का पता लगाने और उन्हें कानून के तहत मुकदमे के लिए अदालतों में पेश करने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया है।

उन्होंने टाडा/पोटा मामलों के 734 भगोड़ों की पहचान की है, जिनमें से 369 का सत्यापन किया गया है और 82 के घरों का पता लगाया गया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय हाई-प्रोफाइल आतंकी समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए, एजेंसी ने सात पासपोर्ट निलंबित कर दिए, दो पासपोर्ट जब्त कर लिए और 17 लुकआउट सर्कुलर (LOC) जारी किए। एसआईए ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पहली बार पाकिस्तानी आतंकवादियों के शवों की पहचान के लिए इंटरपोल के माध्यम से तीन ब्लैक नोटिस जारी किए गए।

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