डायबिटीज आज के समय में बहुत से लोगों को देखने को मिल रही है। बच्चें, बूढ़े और जवान हर कोई इस बीमारी का शिकार हो रहा है। इस दौरान खान पान का बहुत अधिक ध्यान रखना पड़ता है। जिससे सुगर को कण्ट्रोल रखा जा सके। लोग इसे कण्ट्रोल करने के बहुत सी चीज़ो का सेवन करते है और डॉक्टर्स द्वारा भी बहुत सारी सलाह दी जाती है। लेकिन क्या आप जानते है कि करेला शुगर के पेशंट के लिए किसी रामवाण से कम साबित नहीं होता। इसके सेवन से हम अपनी शुगर को नियंत्रित कर सकते है। आइए जानते है किस तरह करेला शुगर को कण्ट्रोल करने में मदद करता है।
करेला कड़वा जरूर होता है, लेकिन आपकी सेहत के लिए इसके फायदे बेमिसाल हैं। करेले की सब्ज़ी या जूस हर कोई पसंद नहीं करता। बच्चे तो करेले के नाम से ही दूर भागते हैं। डायबिटीज़ के मरीज़ अगर नियमित रूप से करेले का जूस पीते हैं, तो वह इस बीमारी से आसानी से लड़ सकते हैं। करेले का जूस प्राकृतिक तरीके से शरीर में ब्लड शुगर लेवल को सामान्य रखता है। यह शरीर में इंसुलिन को एक्टिव करता है।
करेले में हैं एंटी डायबिटीज़ प्रोपर्टीज़
करेले में एंटी डायबिटिक्स प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं। इसमें मौजूद चरनटीन से खून में ग्लूकोज का लेवल कम होता है। करेले में पॉलीपेप्टाइड-पी या पी-इंसुलिन भी पाया जाता है, जो प्राकृतिक तरीके से डायबिटीज़ को कंट्रोल करता है।
ऐसे बनाएं करेले का जूस
करेले का जूस बनाने के लिए आप ताज़े करेलों को छील लें। इसके बाद उसे छोटा-छोटा काट लें। इसके बीज अलग करके आधे घंटे तक पानी में भिगो कर रखें। इसके बाद करेले को जूसर में डालें और इसके साथ थोड़ा नींबू का रस और आधा चम्मच नमक भी डाल दें। करेले की कड़वाहट को कम करने के लिए आप जूस में थोड़ा शहद डाल सकते हैं। नियमित रूप से इसका सेवन करने वालों को खुद शरीर में इसके फायदे नज़र आते हैं।