इसने एक बयान में कहा कि टीका ‘हैविश्योर’ हैपेटाइटिस ए के खिलाफ देश की लड़ाई में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। हैपेटाइटिस ए एक वायरल संक्रमण है और यह दूषित भेजन या पानी के सेवन से फैलता है।
‘इंडियन इम्युनोलॉजिकल्स लि.’ (आईआईएल) के प्रबंध निदेशक के. आनंद कुमार ने कहा, ‘वर्तमान में हैपेटाइटिस ए के टीके देश में आयात किए जाते हैं…हैविश्योर का 8 केंद्रों में व्यापक रूप से क्लीनिकल परीक्षण हुआ है और यह सुरक्षित और प्रभावकारी साबित हुआ है।’
उन्होंने कहा कि यह टीका बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा बेचे जाने वाले दुनिया के प्रमुख टीके के ही समान है। ‘हैविश्योर’ एक 2 खुराक वाला टीका है जिसमें पहली खुराक 12 महीने से अधिक की उम्र में दी जाती है और दूसरी खुराक पहली खुराक के कम-से-कम 6 महीने बाद दी जाती है। ‘