अब गुलाब करेगा मुंह की बदबू को दूर, जानें कैसे

गुलाब ना सिर्फ एक सुंगंधित फूल है बल्कि इसके बहुत से इस्तेमाल भी हैं। गुलाब के फूल को कोमलता,सुंदरता और प्यार का प्रतीक भी माना जाता है। लेकिन इसके इलावा क्या आप जानते हैं के ये कई प्रकार से औषधिय गुणों से भी भरपूर है।जी हां, चलिए आज हम आपको बताते हैं इसके अन्य इस्तेमाल.

गुलाब ना सिर्फ एक सुंगंधित फूल है बल्कि इसके बहुत से इस्तेमाल भी हैं। गुलाब के फूल को कोमलता,सुंदरता और प्यार का प्रतीक भी माना जाता है। लेकिन इसके इलावा क्या आप जानते हैं के ये कई प्रकार से औषधिय गुणों से भी भरपूर है।जी हां, चलिए आज हम आपको बताते हैं इसके अन्य इस्तेमाल के बारे में –

# मसुडो और दांतों के लिए: गुलाब के फूल की पंखुड़ियां खाने से मसूढ़े और दांत मजबूत होते हैं। मुंह की बदबू दूर होती है और पायरिया रोग से भी आराम मिलता है।

# हड्डियों के लिए: गुलाब में विटामिन-सी बहुत मात्रा में पाया जाता है। गुलाब से बने खाद्य पदार्थोको रोज खाने से हड्डियां मजबूत हो जाती है। रोजाना एक गुलाब खाने से टी.बी के रोगी को बहुत जल्दी आराम मिलता है।

# गुलकंद के रूप में: गुलाब से बने गुलकंद में गुलाब का अर्क होता है, जो शरीर को ठंडक पहुंचाता है। यह शरीर को डीहाइड्रेशन से बचाता है और तरोताजा रखता है। पेट को भी ठंडक पहुंचाता है। गुलकंद स्फूर्ति देने वाला एक शीतल टॉनिक है, जो थकान, आलस्य, मांसपेशियों के दर्द और जलन आदि समस्याओं को दूर करता है।

# दिल की समस्याओ के लिए; अर्जुन की छाल और देसी गुलाब मिलाकर पानी में उबाल लें। यह काढ़ा पीने से दिल से जुड़ी बीमारियां खत्म होती हैं। दिल की धड़कन बढ़ रही हो तो सूखी पंखुड़ियां उबालकर पिएं।

# आंतो के लिए: आंतों में घाव हों तो 100 ग्राम मुलेटी, 50 ग्राम सौंफ, 50 ग्राम गुलाब की सूखी हुई पंखुड़ियां तीनों को मिलाकर पीस लें। रोजाना इस चूर्ण को दस ग्राम की मात्रा में लें।

# आँखों के लिए: आंखों में गर्मी के कारण जलन हो या धूल मिट्टी से आंखों में तकलीफ हो तो गुलाबजल से आंखें धोने पर आराम मिलता है। रतौंधी नामक आंखों के रोग के लिए गुलाब जल अचूक दवा का काम करता है।

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