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पुरुषों में बढ़ रहा है मानसिक बीमारी का जोखिम, मैंटल हैल्थ बिगड़ने पर दिखने लगते हैं ये 5 संकेत, जानें कैसे करें ठीक

बिगड़े हुए मानसिक स्वास्थ्य के कारण पुरुषों के द्वारा सुसाइड करने के कई केस सामने आते हैं। हमारे समाज में महिलाएं तो खुलकर अपनी भावनाएं प्रकट कर पाते हैं। लेकिन पुरुषों को मानसिक रूप से मजबूत होने की उम्मीद की जाती है। यह एक स्टीरियोटाइप है, जिस कारण पुरुष खुलकर अपनी मानसिक समस्याएं किसी के सामने नहीं कह पाए। हमारे समाज में आज भी पुरुषों के ऊपर जिम्मेदारियां का ज्यादा दबाव रहता है इतने दबाव में होने के बाद भी अपने भीतर के संघर्षों को वह सबसे छुपाने का प्रयास करते हैं। कभी-कभी पुरुषों में स्वयं मानसिक स्वास्थ्य साक्षरता की कमी होती है यानी वह अपनी भावनाओं को पहचान और वर्णन करने में उतने सक्षम नहीं होते। डा. गौरव गुप्ता, साइकैटरिस्ट डायरेक्टर तुलसी हैल्थ केयर के अनुसार, मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित पुरुष कई बार यह स्वीकार ही नहीं करते कि वह इस दौर से गुजर रहे हैं। ना ही किसी की मदद लेने की इच्छा रखते हैं। इस आर्टिकल में हम मानसिक स्वास्थ्य समस्या से पुरुषों के शारीरिक और मानसिक लक्षणों और कारणों पर नजर डालेंगे।

नींद की समस्या : मानसिक स्वास्थ्य खराब होने पर पुरुषों को नींद से जुड़ी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। अनिंद्रा या अधिक नींद आने की परेशानी हो सकती है, जिसे इनसोम्निया या हाइपरसोम्निया कहते हैं।

स्वभाव में बदलाव : मानसिक स्वास्थ्य खराब हो तो पुरुष अक्सर गुस्सा रहते हैं। छोटी-छोटी बातों पर बहुत जल्दी प्रतिक्रिया देते हैं या फिर बहुत ज्यादा ही निराश रहते हैं। इनका स्वभाव कब बदल जाए इस बात का कोई पता नहीं होता।

उत्साह की कमी : किसी भी तरह के मानसिक विकार से पीड़ित व्यक्ति को दिनभर थकान महसूस होती है। किसी भी चीज में उत्साह नजर नहीं आता। वह सिर्फ अपने कार्य को पूरा करते हैं, बिना किसी खुशी और उत्साह के।

अकेले रहना करते हैं पसंद : यदि कोई पुरुष मानसिक रूप से बीमार होता है तो वह सामाजिक मेल-जोल से दूरी बनाता है और अकेले समय बिताने की कोशिश करता है। अपने परिवार दोस्त सभी से वह धीरे-धीरे दूर होने लगता है।

सुसाइड करने के विचार : मानसिक रूप से पीड़ित पुरुष आत्महत्या करने की भी सोच सकता है। राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य संस्थान के अनुसार 20 से 24 वर्ष की आयु की युवा वयस्कों में महिलाओं की तुलना में पुरुषों की आत्महत्या से मरने की संभावना 5 गुना अधिक है क्योंकि पुरुष सुसाइड करने के लिए बहुत ही घातक तरीकों का प्रयोग करते हैं, जिसमें उनके मरने की संभावना अधिक हो जाती है।

पुरुषों में मानसिक स्वास्थ्य को ठीक करने के तरीके
किसी भी तरीके की मानसिक बीमारी ठीक होने के लिए कई बातों पर निर्भर करती है। यदि सही समय पर इलाज और सहयोग के साथ-साथ सपोर्ट सिस्टम मजबूत हो तो ठीक होने के चांसेस अधिक होते हैं। मानसिक विकार को ठीक करने के लिए सबसे ज्यादा मनोचिकित्सा का इस्तेमाल होता है। रेट ऑफ थेरेपी है, जिसमें पुरुष अपनी भावनाएं और स्वस्थ समस्याएं मनोचिकित्सक से बताता है और धीरे-धीरे इस बीमारी से निपटाने में सफलता पा सकता है। मानसिक बीमारियों को दूर करने के लिए डॉक्टर से ट्रीटमेंट लिया जाता है। इसमें एंग्जायटी, डिप्रेशन और बाइपोलर डिसऑर्डर की समस्या के लिए कई दवाइयां खाई जाती हैं। मानसिक विकार को दूर करने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव करने की जरूरत होती है। नियमित रूप से व्यायाम करने, स्वस्थ आहार लेने, समय से सोने उठने इत्यादि आदतों से भी मानसिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है।

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