नई दिल्ली: सदियों से आयुर्वेद में सर्पगंधा यानी स्नेकरूट प्लांट का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसे बेहद चमत्कारी पौधा माना जाता है, जो कई गंभीर बीमारियों से निजात दिला सकता है। सर्पगंधा की जड़ों को दवा की तरह इस्तेमाल किया जाता है. आपको इस करामाती पौधे के बड़े फायदे बता रहे हैं।
आपको बता दें कि, सर्पगंधा की जड़ों का इस्तेमाल हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से निजात पाने के लिए किया जाता है। राउवोल्फिया पौधे की जड़ें रिसर्पाइन (reserpine) नामक एल्कलॉइड का उत्पादन करती हैं, जो हाई ब्लड प्रेशर के ट्रीटमेंट के रूप में कार्य करता है। यही वजह है कि आयुर्वेद में इसे हाइपरटेंशन से निजात दिलाने के लिए यूज किया जाता है।
सर्पगंधा की जड़ों का इस्तेमाल बुखार, मलेरिया, कब्ज, अनिद्रा और मूड डिसऑर्डर समेत कई बीमारियों के इलाज में किया जाता है. माना जाता है कि सर्पगंधा हमारे नर्वस सिस्टम को शांत करके अच्छी नींद लाने में मदद करता है। इसमें मौजूद कई रसायन मूड डिसऑर्डर से राहत दिलाने में भी मददगार हो सकते हैं। पेट की समस्याओं और बुखार में भी यह असरदार हो सकता है।
सर्पगंधा को कई बीमारियों से राहत दिलाने में कारगर माना जाता है, लेकिन इसके वैज्ञानिक प्रमाण नहीं हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो किसी भी बीमारी में इस पौधे का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। बिना एक्सपर्ट की सलाह के इसका सेवन नुकसानदायक होता है, क्योंकि इसमें कई खतरनाक केमिकल्स भी होते हैं।