हरियाणा के रोहतक में सरेआम एक आदमी की गोली मार कर हत्या कर दी गई। हत्या किसी पुरानी रंजिश के चलते हुई है। 7 महीने पहले ही व्यक्ति जेल से बाहर आया था। मौका देखते ही आरोपियों ने व्यक्ति को मौत के घाट उतार दिया। मृतक की पहचान टिटौली गांव निवासी 46 वर्षीय मदन रंगा के रूप में हुई है।
मदन रंगा के बेटे राहुल रंगा ने पुलिस को अपने पिता की हत्या हो जाने की सूचना दी। सूचना मिलते ही सदर थाना पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है। मदन रंगा ठेकेदारी का काम करता था वही उसकी पत्नी नगर निगम में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है।
राहुल रंगा ने शिकायत में बताया है कि उसके पिता घर से बाहर मेडिकल स्टोर पर दवाई लेने गए थे। तभी आरोपियों ने मौके का फायदा उठा कर उसके पिता को गोली मार दी। गोली मदन के पेट में लगी थी।
जैसे ही खबर राहुल को मिली तो वह तुरंत घटनास्थल पर पहुंचा, और अपने पिता को लेकर पीजीआई गया। जहां अस्पताल में डॉक्टरों ने उसके पिता को मृत घोषित कर दिया। मामले की जानकारी पुलिस को दी गई।
घटनास्थल पर डीएसपी विद्यानंद और सदर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर मुरारी लाल ने कहा कि परिजनों के बयान पर केस दर्जकर लिया है।
हत्या के प्रयास मामले में बंद था मदन
मदन पर नंबवर-2021 में गांव के ही 2 लड़कों की हत्या करने का प्रयास का मामला दर्ज हुआ था। टिटौली गांव में ही रहने वाले श्रवण और उसके चचेरे भाई सुधीर उर्फ ठना को मदन रंगा ने गोली मारी थी। इस हमले में दोनों भाई बच गए थे। लेकिन पुलिस ने मदन के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया था।
मदन 2023 तक जेल में रहा और इसी दौरान पंचायती तौर पर दोनों पक्षों के बीच समझौता होने के बाद रिहा हो गया था। लेकिन गांव के कुछ लोगों के साथ उसके तनाव भरे संबंध भी थे। जब शाम के समय मदन दवाई लेने मेडिकल स्टोर पहुंचा तो इसकी भनक उससे रंजिश रख रहे पक्ष को मिल गई। जिन्होंने मौके का फायदा उठाया और मदन को अकेला पाकर उस पर गोलियां दाग दी।