एक दिन के लिए भारत में ब्रिटेन की उच्चायुक्त बनीं यह 21 वर्षीय लड़की

नई दिल्ली : अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर चेन्नई की 21 वर्षीय श्रेया धर्मराजन को एक दिन के लिए भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त नियुक्त किया गया। बता दें कि 11 अक्तूबर को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने के लिए ब्रिटेन का उच्चायोग 2017 से हर साल एक दिन के लिए उच्चायुक्तप्रतियोगिता का आयोजन करता आ.

नई दिल्ली : अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर चेन्नई की 21 वर्षीय श्रेया धर्मराजन को एक दिन के लिए भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त नियुक्त किया गया। बता दें कि 11 अक्तूबर को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने के लिए ब्रिटेन का उच्चायोग 2017 से हर साल एक दिन के लिए उच्चायुक्तप्रतियोगिता का आयोजन करता आ रहा है। इस प्रतियोगिता 18 से 23 साल के बीच की भारतीय महिलाओं को अपनी ताकत दुनिया के साथ साझा करने का अवसर प्रदान किया जाता है।

श्रेया, जिन्हें देश भर की युवा महिलाओं के 180 से अधिक आवेदनों में से चुना गया था, ने बुधवार को अपने दिन भर के अनुभव को अविश्वसनीय रूप से ज्ञानवर्धक, समृद्ध और संतुष्टिदायक बताया। उन्होंने कहा, ‘भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त के रूप में एक दिन बिताना अविश्वसनीय रूप से ज्ञानवर्धक, समृद्ध और संतुष्टिदायक अनुभव था। मुझे व्यापक क्षेत्रों में महिला नेतृत्व के प्रेरक उदाहरणों से बातचीत करने और उनसे सीखने का अवसर मिला। मैं भाग्यशाली हूं कि सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में भारत के प्रयासों के बारे में जीवंत चर्चा का हिस्सा बन सकी।‘

दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज से राजनीति विज्ञान में स्नातक की डिग्री रखने वाली श्रेया वर्तमान में टीच फॉर इंडिया फेलो के रूप में मुंबई के एक सरकारी स्कूल में पढ़ाती हैं। भारत में यूके की शीर्ष राजनयिक के रूप में, श्रेया ने नई दिल्ली में संयुक्त राष्ट्र कार्यालय में सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को आगे बढ़ाने पर चर्चा का नेतृत्व करते हुए एक पूरी तरह से भरे दिन के दौरान कई गतिविधियों का अनुभव किया।

उन्होंने इस साल के अर्थशॉट प्राइज के फाइनलिस्टों में से एक से वैश्विक पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने के लिए उनकी अभिनव पहलों के बारे में बात की। जी20 शिखर सम्मेलन के बाद यूके-भारत अनुसंधान सहयोग को बढ़ावा देने की योजनाओं की समीक्षा करने के लिए भारत के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रोफेसर अजय सूद से मुलाकात की।

श्रेया ने ब्रिटिश उच्चायोग के एक बयान में कहा, ’मैं लैंगिक समानता, संपूर्ण शिक्षा और एसडीजी के व्यापक दायरे के बारे में जीवन भर की सीख लेकर आयी हूं। इस अनुभव ने मुझमें एक नया आत्मविश्वास और प्रेरणा पैदा की है और मैं एक युवा महिला के रूप में शिक्षा के क्षेत्र में अपनी सभी सीखों का उपयोग करने के लिए तत्पर हूं।’

दिन के लिए उच्चायुक्त के रूप में, श्रेया ने एक्सेलेरेटिंग स्मार्ट पावर एंड रिन्यूएबल एनर्जी इन इंडिया (एएसपीआईआरई) द्विपक्षीय तकनीकी सहायता कार्यक्रम के हिस्से के रूप में, दिल्ली परिवहन विभाग के साथ इलेक्ट्रिक वाहन चाजर्गिं बुनियादी ढांचे पर एक नई रिपोर्ट भी लॉन्च की।

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