नारायणगढ़: उपमंडल के रतोर गांव में जमीनी मामले को लेकर दिल दहल्र देनी वाली तीन बच्चो सहित 6 लोगो की निर्मम हत्या का मामला सामने आया। आरोपी रिटायर्ड फौजी भुषण ने बिती रात तेजधार हथियार से अपने ही परिवार से माता सरूती देवी व छोटे भाई हरीश,भाई की पत्नी सोनिया व उनके तीन बच्चों में एक 6 महिने का लडका भूपेश,3 साल की लडकी यशिका व सात वर्षीय लडकी परी को बडी बेरहमी से गर्दनों पर वार कर उन्हे मौत के घाट उतार कर उन के शवों को जलाने का प्रयास किया जहां इस वारदात में आरोपी का पिता ओमप्रकाश ने विरोध करने पर वह भी बुरी तरह घायल हो गया। अंबाला एसपी सुरेंद्र कुमार सहित नारायणगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची जहां शवों को कब्जे में लेकर अम्बाला छावनी के नागरिक अस्पताल में पहुंचाया।
जहां नारायणगढ़ पुलिस ने घायल पिता की शिकायत पर षडयत्र व सबूत खुरबूर्द करने व मर्डर सहित विभिन्न धाराओं सहित मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी। जानकारी अनुसार गांव रतोर के ओमप्रकाश अपने दो पुत्रों के साथ पीरमाजरी मौजा खेतो में मकान बनाकर रहते था। दोनो भाई बडे वाला भुषण जो अलग से अपने प}ी व दो बच्चो के साथ रहता था और छोटे वाला हरीश जो अपने परिवार पत्नी सोनिया व तीन मासूम बच्चे दो लडकिया व एक लडके के साथ रहता था। जबकि भुषण जो मौज से रिटयार्ड हुआ था और वह पशु चिकित्सालय में लगा हुआ था । कई दिनों से दोनो भाईयों में जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। जिसपर आरोपी भुषण ने रविवार की रात को किसी तेजधार हथियार से अपनी माता, भाई हरीश सहित परिवार को मौत के घाट उतार का सबूत मिटाने के लिये उन्हे लकड़िया इकठ्ठी कर उन्हे जलाने का प्रयास किया।
जहां पिता ने भी विरोध करने पर उसे भी बुरी तरह घायल कर दिया। जलाते हुए एक 7 वर्षीय बच्ची जो घायल अवस्था में जिन्दी थी। दोनों घायल पिता व बच्ची को पुलिस ने नारायणगढ़ के सिविल अस्पताल पहुंचाया जहां पर बच्ची परी 90 प्रतिशत जलने व पिता ओमप्रकाश को पीजीआई चंडीगढ़ रैफर कर दिया। पीजीआई में परी ने भी उपचार के दौरान दम तौड दिया। घायल पिता ओमप्रकाश ने पुलिस को ब्यान देकर आरोप लगाया कि उसके बड़े बेटे भुषण ने अपनी पत्नी सहित सुसराल वालो से मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया है।