डूसू चुनाव में एबीवीपी को शासन-प्रशासन की मदद मिल रही है, छात्र माकूल जवाब देंगे: कन्हैया कुमार

नई दिल्लीः कांग्रेस नेता और भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के प्रभारी कन्हैया कुमार ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) के चुनाव से एक दिन पहले बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि स्थानीय शासन और विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) को फायदा पहुंचाने की कोशिश हो रही है। उन्होंने यह दावा भी किया.

नई दिल्लीः कांग्रेस नेता और भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के प्रभारी कन्हैया कुमार ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) के चुनाव से एक दिन पहले बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि स्थानीय शासन और विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) को फायदा पहुंचाने की कोशिश हो रही है। उन्होंने यह दावा भी किया कि हार के डर से एबीवीपी इस चुनाव में हिंसा का सहारा ले रही है। डूसू का चुनाव चार साल बाद इस बार 22 सितंबर को होगा। पिछली बार 2019 में डूसू चुनाव हुआ था।

कन्हैया कुमार ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘शासन-प्रशासन द्वारा एक खास संगठन और एक खास तरह की विचारधारा के लोगों को संरक्षण दिया जा रहा है। इससे हिंसा की प्रवृत्ति वालों को बल मिल रहा है।’’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘एबीवीपी लिखती है- ज्ञन, शील, एकता। दरअसल ये है- अज्ञन, ईल, अराजकता। पिछले एक महीने में एबीवीपी ने जो गुंडागर्दी और हिंसा की है, यह बहुत ही शर्मनाक है।’’ कुमार ने कहा कि सरकार और प्रशासन में बैठे लोगों को इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी। उनका यह भी कहना था, ‘‘इस चुनाव में डीयू के छात्र माकूल जवाब देंगे।’’ कुमार ने यह आरोप भी लगाया कि चुनाव लड़ने के लिए आयु सीमा में छूट कुछ खास तरह के संगठन को फायदा पहुंचाने के लिए दी गई।

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