अहमदाबाद: केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शनिवार को गुजरात के अहमदाबाद में बोचावासन अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) के “कार्यकर सुवर्ण महोत्सव” को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान स्वामीनारायण से शुरू हुए इस संप्रदाय में बीएपीएस ने समाज में भक्ति के साथ-साथ समाजसेवा को भी जोड़ने का काम किया है।
शाह ने कहा कि दुनिया के सबसे विशाल नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में आज का ये कार्यक्रम एक बहुत शुभ संयोग है, जब प्रमुख स्वामी महाराज की 103वीं जयंती के साथ-साथ बीएपीएस कार्यकर्ता का सुवर्ण महोत्सव भी मनाया जा रहा है। भगवान स्वामी नारायण से शुरू हुए इस संप्रदाय में बीएपीएस ने समाज में भक्ति के साथ-साथ समाजसेवा को भी मिलाने का काम किया। उन्होंने कहा कि 18 वर्ष की अल्पायु से गुरु की सेवा करने के कारण एक ऐसा विराट व्यक्तित्व पूरे भारतवर्ष को मिला, जिन्होंने एक सन्यासी संस्था में अनुशासन लाने और उसे सेवाभिमुख बनाने का काम किया।
उन्होंने कहा कि प्रमुख स्वामी महाराज ने लाखों लोगों के जीवन में प्रेरणा भरी, विश्वास का मंत्र दिया, संकट से जूझने का साहस दिया और परिणामलक्षी काम करने के लिए उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। आज देश विदेश में 1200 से अधिक स्वामी नारायण मंदिर लोगों के जीवन में प्रकाश फैलाने का काम कर रहे हैं। इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि स्वामी नारायण संस्थान का सबसे बड़ा योगदान संस्कार पर बल देने का रहा है। इस संस्थान ने कई लोगों के जीवन में व्यसनमुक्ति लाकर उन्हें और उनके पूरे परिवार को चिंतामुक्त किया है। समाज के दुख को अपना दुख समझने वाले लाखों कार्यकर्ताओं का सृजन और सभी को एक ही लक्ष्य पर चलने के लिए प्रेरित करना बहुत मुश्किल काम है। प्रमुख स्वामी महाराज ने अपने जीवन कर्म से ये किया है। शिक्षा के क्षेत्र में भी स्वामी नारायण संप्रदाय का बहुत बड़ा योगदान रहा है।