दिल्ली: देश को नशा मुक्त बनाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा शुरू किए गए “नशा मुक्त भारत अभियान” को गायत्री परिवार पूरे देश में सफल बनाएगा। अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित समारोह में देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डा. चिन्मय पंड्या ने कहा कि देश का बहुत बड़ा दुर्भाग्य है कि 15 फीसद युवा किसी न किसी नशे की गिरफ्त में है। इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डा. वीरेंद्र कुमार सहित सैकड़ो गायत्री परिवार के वरिष्ठ परिजन भी थे।
डा. पंड्या ने कहा कि सरकार के उक्त अभियान को सफल बनाने के लिए गायत्री परिवार इसे “महायज्ञ” के रूप में जन जन तक आयोजित पहुंचाएगा और इसमें गायत्री परिजनों की आहुतियां समाज को विकसित करने में महत्वपूर्ण सिद्ध होंगी। उन्होंने कहा कि गायत्री परिवार व्हाट्सएप पहले से ही नशा उन्मूलन के क्षेत्र में कम कर रहा है और बच्चों के माध्यम से अभिभावकों को नशा के विरुद्ध जागरूक करता रहा है। अब सरकार के साथ समझौता ज्ञापन में हस्ताक्षर कर हमारी जिम्मेदारी और ज्यादा बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि यदि देश के युवाओं को ईश्वर का नशा लग जाए तो दुनिया के सब नशा बेकार हो जाएंगे और हमारा देश दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की करेगा।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री डा. वीरेंद्र कुमार ने कहा कि सीमावर्ती राज्यों में नशा एक चुनौती बन गया है। उन्होंने पिछले दिनों अपने पश्चिम बंगाल यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि पड़ोसी देशों से नशे की सामग्री को लाने के तमाम तरीके अपनाए गए हैं। जिस पर रोक लगाने के लिए सीमा सुरक्षा बल कार्य कर रहा है। इसी तरह उन्होंने नव चेतना मॉडल का जिक्र करते हुए कहा कि शिक्षक और छात्रों का एक ऐसा गठजोड़ तैयार किया गया है जिसके माध्यम से शैक्षिक संस्थानों में युवाओं को नशे से रोकने का काम किया जा रहा है। इसमें फिलहाल तीन हजार स्कूलों को शामिल किया गया है।
डा. कुमार ने कहा कि जिस तरह से इस देश में कभी सती प्रथा और बाल विवाह एक अभिशाप था ठीक वही स्थिति आज नशा ने ले लिया है, इसको जड़ से समाप्त करने के लिए गायत्री परिवार से समझौता किया गया है फिलहाल 11 करोड लोग पहले से इसके विरुद्ध कार्य कर रहे हैं अब 16 करोड़ गायत्री परिवार के परिजन भी कदम से कदम मिलाकर नशे के जाल को काट फेंकेंगे और भारत एक दिन विश्व गुरु फिर से बनेगा।
इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सचिव सौरभ गर्ग, संयुक्त सचिव राधिका चक्रवर्ती, गायत्री चेतना केंद्र के व्यवस्थापक बाल रूप शर्मा सहित कई विशिष्ट जनों ने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन से हुई।