कम विधायक होने के बावजूद भाजपा ने कई बार नीतीश को बनाया बिहार का सीएम : PM Modi

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार एनडीए सांसदों की बैठक में अपने पुराने सहयोगी और अब कट्टर राजनीतिक विरोधी बन चुके नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा ने हमेशा बड़े कॉज के लिए त्याग किया है, कुर्बानी दी है और भाजपा ने कई बार अपने से कम विधायक होने के.

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार एनडीए सांसदों की बैठक में अपने पुराने सहयोगी और अब कट्टर राजनीतिक विरोधी बन चुके नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा ने हमेशा बड़े कॉज के लिए त्याग किया है, कुर्बानी दी है और भाजपा ने कई बार अपने से कम विधायक होने के बावजूद नीतीश कुमार को बिहार का सीएम बनाया।

सूत्रों के मुताबिक, बिहार एनडीए सांसदों की बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीए गठबंधन की एकता,त्याग और स्थायित्व की बात पर जोर देते हुए कहा कि भाजपा ने बड़े कॉज के लिए कई बार त्याग किया है और कई अवसरों पर कुर्बानी दी है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वर्ष 2000 में जब भाजपा ने नीतीश कुमार को पहली बार सीएम बनाया था, उस समय भी उनके विधायकों की संख्या कम थी और वर्ष 2020 में भी जब उन्हें सीएम बनाया, तब भी उनके विधायकों की संख्या कम थी। उन्होंने कहा कि कम सीटें होने के बावजूद नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाने का कोई मतलब नहीं था, लेकिन फिर भी बड़े कॉज के लिए, त्याग और कुर्बानी करते हुए भाजपा ने अपने वायदे के मुताबिक उन्हें मुख्यमंत्री बनाया।

उन्होंने कहा कि भाजपा ने केवल पार्टी के बारे में नहीं बल्कि एनडीए के बारे में सोचा, देश के बारे में सोचा। प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपा के त्याग और कुर्बानी की बात पर जोर देते हुए बिहार के एनडीए सांसदों से कहा कि राजनीति में कई बार बड़े कॉज के लिए त्याग करना पड़ता है, कुर्बानी देनी पड़ती है और भाजपा ऐसा करने में हमेशा सबसे आगे रही है,तत्पर रही है। प्रधानमंत्री ने एनडीए के गठन के पूर्व देश के राजनीतिक माहौल का जिक्र करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में 25 साल पहले एनडीए का गठबंधन हुआ था। उस समय देश में राजनीतिक अस्थिरता का माहौल था जिसे अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में एनडीए ने खत्म कर देश की राजनीति को स्थायित्व दिया। उन्होंने कहा कि एनडीए का मतलब है- स्टेबिलिटी यानी स्थायित्व और स्थिरता।

उन्होंने सभी सांसदों से 2024 में होने वाले लोक सभा चुनाव की तैयारियों में जुट जाने का आ’’ाहन करते हुए कहा कि अब ज्यादा समय नहीं बचा है,अपने-अपने संसदीय क्षेत्र में जाकर काम में जुट जाएं,एनडीए के तौर पर एकजुट होकर एक यूनिट के तौर पर काम करें,सोशल मीडिया पर अपनी सक्रियता ज्यादा से ज्यादा बढ़ाएं और इसके साथ-साथ लोगों से सीधा संपर्क और संवाद स्थापित कर उन तक सरकार की उपलब्धियों की जानकारी पहुंचाएं।प्रधानमंत्री ने बिहार के सांसदों को नए-नए आइडियाज और प्रोग्राम के जरिए भी लोगों के साथ मजबूत और प्रगाढ़ संबंध बनाने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर का निर्माण और जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाना भाजपा का कोर एजेंडा और विचारधारा से जुड़ा मुद्दा रहा है और ये दोनों पूरे हो चुके हैं। इसलिए सांसदों को अपने-अपने संसदीय क्षेत्र में सरकार के कामकाज के साथ-साथ बतौर सांसद अपने कामकाज के बारे में भी बताना चाहिए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसदों की बैठक को संबोधित करते हुए यूपीए की पिछली सरकार के कामकाज की जमकर आलोचना करते हुए केंद्र में अपनी सरकार के 9 साल के कामकाज की महत्वपूर्ण योजनाओं और उपलब्धियों का जिक्र भी आज की बैठक में किया। विपक्षी दलों के गठबंधन की आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री ने इसे व्यक्तिगत स्वार्थ वाला गठबंधन करार दिया।

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