पटना: बिहार के मोकामा में बुधवार को पूर्व विधायक अनंत सिंह और उनके समर्थकों पर गोलियां चलने की घटना पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने सत्ताधारी पार्टी और राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि कई राउंड गोलियां चलने और अपराधियों के खुलेआम इंटरव्यू देने की घटनाओं ने यह साबित कर दिया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपराधियों को संरक्षण देने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा, मुख्यमंत्री ने हाल ही में दो खतरनाक अपराधियों को जेल से बाहर निकालने का आदेश दिया और कानून में बदलाव किया, इसके बाद बिहार में अपराधी बेलगाम हो गए हैं। सरकार के मंत्री के भाई दुकानदारों का अपहरण कर जमीन लिखाने का काम कर रहे हैं, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। पिछले आठ महीनों से ऐसी घटनाएं लगातार हो रही हैं, जिनकी जानकारी सरकार को है, लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही। अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं और इंटरव्यू दे रहे हैं, यह दर्शाता है कि सरकार इन अपराधियों को संरक्षण दे रही है।
उन्होंने आगे कहा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का शासन अब सवालों के घेरे में है। अगर इस तरह की घटनाएं किसी अन्य राज्य में होती, तो वह मीडिया की प्रमुख खबर बनती, लेकिन बिहार में यह घटनाएं सामान्य हो चुकी हैं। बिहार में अपराधियों का बोलबाला है और सरकार की भूमिका महज दिखावे तक सीमित रह गई है। वहीं, भ्रष्टाचार का भी बहुत बड़ा मामला सामने आ रहा है, जहां अधिकारी करोड़ों रुपयों की घूस ले रहे हैं।
उन्होंने कहा, कुल मिलाकर बिहार में कानून और व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ चुकी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इन हालातों पर ध्यान देना चाहिए और अपराधियों और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। बिहार की जनता इन समस्याओं से जूझ रही है, और मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी है कि वह राज्य की सुरक्षा और विकास के लिए ठोस कदम उठाएं।
बता दें कि मोकामा के पंचमहला थाना क्षेत्र के नौरंगा गांव में बुधवार को भारी गोलाबारी हुई, जिससे पूरा इलाका दहशत में आ गया। घटना के दौरान पूर्व विधायक अनंत सिंह और उनके समर्थकों पर विरोधियों ने गोलियां चलाईं। इसके जवाब में अनंत सिंह के समर्थकों ने भी फायरिंग की। बताया जा रहा है कि करीब 60 से 70 राउंड गोलियां चलीं, जिसमें कुछ लोग घायल हो गए। अनंत सिंह के दो समर्थकों को भी गोली लगने की खबर है, हालांकि वे गंभीर चोट से बच गए। इस घटना में ईंट भट्टा संचालक सोनू और मोनू पर आरोप लगाए गए हैं। घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।