असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर, वायुसेना ने 13 लोगों को बचाया

असम में बाढ़ की स्थिति मंगलवार को भी गंभीर बनी रही और 6.5 लाख से अधिक लोग इस प्राकृतिक आपदा की दूसरी लहर से जूझ रहे हैं।

गुवाहाटी: असम में बाढ़ की स्थिति मंगलवार को भी गंभीर बनी रही और 6.5 लाख से अधिक लोग इस प्राकृतिक आपदा की दूसरी लहर से जूझ रहे हैं। भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने बाढ़ से गंभीर रूप से प्रभावित डिब्रूगढ़ जिले में फंसे 13 मछुआरों को बचाया है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने भारतीय वायुसेना से डिब्रूगढ़ के हटिया अली में, बाढ़ के पानी में फंसे मछुआरों को बचाने का अनुरोध किया। अधिकारी ने कहा, ‘एएसडीएमए ने भारतीय वायुसेना से फंसे हुए 13 मछुआरों को हेलीकॉप्टर की मदद से निकालने का अनुरोध किया। इसका सारा खर्च एएसडीएमए द्वारा वहन किया जाएगा।’

इससे पहले रविवार को भारतीय वायुसेना ने धेमाजी जिले के जोनाई से राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के 8 कर्मियों और एक राजस्व अधिकारी को बचाया था। बाढ़ की मौजूदा लहर में डिब्रूगढ़ जिला बुरी तरह प्रभावित हुआ है और ऊपरी असम का यह प्रमुख शहर लगातार छठे दिन जलमग्न है। मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने सोमवार को कहा था कि डिब्रूगढ़ में स्थिति गंभीर है क्योंकि ब्रम्हपुत्र नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और मशीनें शहर से पानी नहीं निकाल सकतीं।

अरुणाचल प्रदेश में लगातार बारिश के बाद रविवार से राज्य में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई और 19 जिलों में 6.50 लाख से अधिक की आबादी प्रभावित हुई है। राज्य में इस साल बाढ़, तूफान और भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढक़र 45 हो गई है। लखीमपुर बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित जिला है जहां 1,43,983 लोग बाढ़ के पानी में फंसे हुए हैं। इसके बाद धेमाजी में 1,01,333 लोग और कछार में 66,195 लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ की वजह से कुल 8,142 विस्थापित लोग 72 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं।

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