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मेघालय पाइनएपल फेस्टिवल का हुआ भव्य शुभारंभ; मेघालय की संस्कृति, कृषि की महत्ता और एकता दिखी

मेघालय के अनानास अब विदेशो में स्थित मॉल्स की शोभा बढ़ा रहे। 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, मेघालय राज्य ने ‘मैग्नीफिशेंट मेघालय’ के लिए अपनी महत्वाकांक्षी योजना की रूपरेखा बयान की है। राज्य की जीडीपी को दोगुना करने की आकांक्षा रखते हुए मेघालय ने, कृषि और इससे संबद्ध क्षेत्रों को आर्थिक विकास के मुख्य.

मेघालय के अनानास अब विदेशो में स्थित मॉल्स की शोभा बढ़ा रहे। 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, मेघालय राज्य ने ‘मैग्नीफिशेंट मेघालय’ के लिए अपनी महत्वाकांक्षी योजना की रूपरेखा बयान की है। राज्य की जीडीपी को दोगुना करने की आकांक्षा रखते हुए मेघालय ने, कृषि और इससे संबद्ध क्षेत्रों को आर्थिक विकास के मुख्य चालकों के रूप में चिह्नित किया है। इस सेक्टर के पास अगले 5 वर्षों के दौरान रोजगार के लाखों अवसर उत्पन्न करने की क्षमता मौजूद है।
मेघालय को कृषि-जलवायु संबंधी विविधतापूर्ण परिस्थितियों की नेमत मिली हुई है तथा यह ख़ूबसूरत राज्य कृषि व बागवानी उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला का ठिकाना है।

पारंपरिक पद्धतियों पर आधारित, अधिकांश फसलों की खेती यहां जैविक तरीके से की जाती है। ये कारक (कृषि-जलवायु संबंधी अनुकूल परिस्थितियां, जैविक पद्धतियां और स्थानिक किस्में) मेघालय की उपज को उनकी गुणवत्ता और स्वाद के मामले में बेमिसाल बना देते हैं। लाकाडोंग हल्दी, जीआई-टैग वाली खासी मंदारिन और केव अनानास जैसे उच्च मूल्य वाले उत्पादों की लोकप्रियता बढ़ती ही जा रही है, और ये यूरोपीय व मध्य-पूर्व के बाजारों में अपनी पैठ बना रहे हैं।

हाल के दिनों में, इस राज्य के अनानास काफी लोकप्रियता हासिल कर चुके हैं। देश के कुल अनानास उत्पादन में उत्तर-पूर्वी राज्यों का योगदान 51.18% है, जिसमें मेघालय 7.69% (एपीईडीए 2021-22) का योगदान करता है। इसकी बदौलत इसे भारत के शीर्ष 5 अनानास उत्पादक राज्यों में से गिना जाता है। पूरे देश के स्तर पर, मेघालय के अनानास में कीटनाशक और भारी धातु के अवशेष सबसे कम मात्रा में पाए जाते हैं। इसके अलावा, स्वाद की बात की जाए, तो वे कम खट्टे और काफी मीठे होते हैं। अनानास का ब्रिक्स मान 16-18 है, जो इस फल की मिठास को इंगित करता है। राज्य के अनानास की गुणवत्ता का पुख्ता प्रमाण यह है कि बेबी फूड में शामिल करने के लिए स्विट्जरलैंड इन्हें बड़े पैमाने पर मंगा रहा है।

क्योंकि मेघालय के अनानास देश के उन दुर्लभ फलों में शुमार हैं, जो यूरोपीय बाजार के लिए निर्धारित कड़े खाद्य परीक्षण मानकों पर खरे उतरते हैं। राज्य के अनानास उत्पादकों के लिए यह मौसम बड़ा फलदायी साबित हुआ है, क्योंकि कई किसानों को अपनी उपज सीधे बेचने के बदले कीमतों में 100% तक की वृद्धि हासिल हुई है। राज्य सरकार द्वारा मार्केटिंग में सही समय पर हस्तक्षेप किए जाने के परिणामस्वरूप, मेघालय के अनानास अब समूचे मध्य-पूर्व (अबू धाबी, शारजाह और कुवैत) में स्थित मॉल्स की शोभा बढ़ा रहे हैं।

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