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झज्जर में पत्नी–बच्चों को व्यक्ति ने मौत के घाट उतारा, सुसाइड नोट में लिखा मानसिक रूप से परेशान, बहन–जीजा ठहराए जिम्मेदार

हरियाणा के झज्जर जिले में एक व्यक्ति ने अपने पूरे परिवार को आग के हवाले कर दिया। व्यक्ति बहादुरगढ़ में ट्रांसपोर्ट का कारोबार करता है। कारोबारी ने पहले अपनी पत्नी और तीनों बच्चों को नींद की गोलियां दी उसके बाद घर में पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी। इसके अलावा जांच करने पहुंची पुलिसकर्मियों ने.

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हरियाणा के झज्जर जिले में एक व्यक्ति ने अपने पूरे परिवार को आग के हवाले कर दिया। व्यक्ति बहादुरगढ़ में ट्रांसपोर्ट का कारोबार करता है। कारोबारी ने पहले अपनी पत्नी और तीनों बच्चों को नींद की गोलियां दी उसके बाद घर में पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी। इसके अलावा जांच करने पहुंची पुलिसकर्मियों ने घटनास्थल से 12 पन्नों के सुसाइड नोट की डायरी भी बरामद की है। घटना में चार लोगों की मौत हो गई वहीं आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है।

 

घर में धमके की आवाज सुन कर आसपास के लोग अपने–अपने घरों से बाहर निकल आए और आरोपी के घर के बाहर जुट गए। सेक्टर–9 में स्थित मकान नंबर–312 P में आग लगी हुई थी। जिसे देख लोगों ने घर का दरवाजा तोड़ कर आरोपी को बाहर निकल लिया था। जब तक लोग उसे बचा पाते उसके हाथ–पैर ओर मुंह बुरी तरह झुलस चुका था। उसकी हालत से लग रहा था कि उसने नींद की गोलियां ली हुई है।

मामले की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मॉक3 पर पहुंची और जांच में जुट गई। प्राथमिक जांच में पाया कि घर में मौजूद गैस सिलेंडर और एसी का कंप्रेशर ठीक है। धमाका होने का कारण इन्हें नहीं माना जा सकता। गहनता से जांच करने पर पुलिस को घटनास्थल से पेट्रोल के खाली बोतलें मिली। साथ ही शवों का पोस्टमार्टम में आया कि मृतकों ने नींद की गोलियां खाई हुई थी।

 

घायल।को फ़ौरन अस्पताल भेजा गया। आरोपी की पहचान मूलरूप से उत्तराखंड स्थित रुद्रपुर निवासी 48 वर्षीय सरदार हरपाल सिंह के रूप में हुई है। जो पिछले 7 महीनों से बहादुरगढ़ में किराए के मकान में रह रहा था। हरपाल सिंह ने मकान किराए पर लेते हुए भी मकान मालिक को फर्जी आईडी दी हुई थी। जिससे पुलिस जांच टीम के सामने कई प्रश्न खड़े हो रहे थे। घर में लगीआग में 38 वर्षीय पत्नी संदीप कौर, 17 वर्षीय पुत्र जसकीरत सिंह, 11 वर्षीय पुत्री चहक, और 9 वर्षीय बेटे सुखविंदर सिंह की मौत हो गई।

 

DCP मयंक मिश्रा ने बताया कि पुलिस के सामने कई प्रश्न लगातार खड़े हो रहे है। आरोपी हरपाल सिंह ने सुसाइड नोट में अपने जीजा और बहन पर जबीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह मानसिक रूप से परेशान है और उसकी जीने की इच्छा खत्म हो चुकी है। जिसके चलते वह पूरे परिवार के साथ आत्महत्या कर रहा है। हरपाल सिंह ने अपनी बहन परविंदर और जीजा दिलजीत सिंह पर आरोप लगाया कि दोनों के द्वारा उसे समाज में काफी बदनाम किया गया है। दोनों ने उसके बेटे को भी अगवाह किया था। इसके अलावा उसकी जमीन–मकान भी हड़प लिए है।

 

पूछताछ में हरपाल सिंह ने खुद ही कबूल किया कि वह जीना नहीं चाहता था इसलिए परिवार के साथ आत्महत्या कर रहा था। लेकिन आग लगते ही पड़ोसियों ने आकर उसे बचा लिया। आगे उसने बताया कि पहले उसने सबको नींद की गोलियां दी फिर घर में पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी। इसके बाद उसने खुद भी नींद की गोलियां खा ली थी। इस बीच पुलिस के सामने प्रश्न है कि हरपाल सिंह ने इतनी निर्ममता से अपने ही परिवार की हत्या क्यों की। इन सबके बाद शवों पर तेज धार हथियार से हमला करने के निशान भी मिले है। आरोपी पहले ही कबूल चुका है कि हत्या उसने की है।

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