कुरुक्षेत्र: हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि कृष्णा-कृष्णा का गुणगान करके कैंसर जैसे रोगों को भी दूर किया जा सकता है। इसके लिए मनुष्य को भगवान श्री कृष्ण के भक्ति रस में डूबना होगा। इस भक्ति रस से ही पूरी मानव जाति का कल्याण संभव हो सकता है। इस कार्य को इस्कॉन के भक्त बखूबी कर रहे है। इस संस्थान के भक्तों को पवित्र ग्रंथ के संदेशों को भी जन-जन तक पहुंचाने के लिए गांव स्तर पर समितियों का गठन करना होगा। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ज्योतिसर के पास इस्कॉन की तरफ आयोजित श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव में बोल रहे थे।
इससे पहले राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, विधायक सुभाष सुधा, इस्कॉन कुरु क्षेत्र के अध्यक्ष साक्षी गोपाल महाराज, अतिरिक्त उपायुक्त अखिल पिलानी, केडीबी के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, इस्कॉन कुरु क्षेत्र के उपाध्यक्ष मोहन गोर चंद्र ने इस्कॉन की तरफ से तैयार की गई कुरु क्षेत्रटूरिज्म.काम वेबसाइट के साथ साथ कुरु क्षेत्र 48 धाम के टूरिज्म पैकेज ब्रॉशर का विमोचन किया। इस दौरान राज्यपाल ने भगवान श्री कृष्ण को अभिषेक करने की रस्म भी अदा की है। राज्यपाल ने इस्कॉन मंदिर का अवलोकन किया और जन्माष्टमी पर भगवान श्री कृष्ण की पूजा-अर्चना भी की है। राज्यपाल ने प्रदेशवासियों को जन्माष्टमी की शुभकामनाएं देते कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने कुरु क्षेत्र की धरा पर ही अर्जुन का मोह तोड़ने के लिए गीता के उपदेश दिए थे।
इन उपदेशों को धारण करने वाला व्यक्ति अपने जीवन को सफल बना सकता है। उन्होंने कहा कि इस्कॉन के भक्त देश ही पूरी दुनिया में भगवान श्री कृष्ण के प्रचार-प्रसार कर रहे है। इन भक्तों के प्रयासों से ही विश्व के अधिकतर भक्त भगवान श्री कृष्ण के साथ जुड कर कृष्णाकृष्णा का जाप कर रहे है। इस मंदिर के प्रवेशद्वार पर बच्चों ने जब कृष्णा-कृष्णा का जाप किया तो एक सुखद अहसास किया और मन को शांति भी मिली। विधायक सुभाष सुधा ने नागरिकों को जन्माष्टमी की शुभकामनाएं देते कहा कि इस्कॉन कुरु क्षेत्र के अध्यक्ष साक्षी गोपाल और सदस्यों के प्रयासों से कुरु क्षेत्र के शहरों व गांवों में भगवान श्री कृष्ण का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इस संस्थान ने ज्योतिसर में भव्य मंदिर का निर्माण करके एक सराहीन कार्य किया है। इससे कुरु क्षेत्र के पर्यटन में इजाफा होगा। इस मौके पर एसडीएम सुरेंद्र पाल, प्रदेश स्वागत समिति सचिव पवन शर्मा, प्रचार समिति के जिला अध्यक्ष सतपाल शर्मा, सीतापति दास आदि मौजूद थे।