चंडीगढ़। कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि अगर सरकार कृषि उत्पाद न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से नीचे की दर पर खरीदने को अपराध बनाने के लिए चौथा कानून लाती तो किसानों को फिर से सरकार से जंग नहीं लड़नी पड़ती। सरकार 2020 में तीन विवादास्पद कृषि-विपणन कानून लेकर आयी थी जिसे सरकार ने कृषि क्षेत्र में सुधारों के लिए आवशय़क बताया था। हालांकि, संयुक्त किसान मोर्चा की अगुवाई में किसानों के लंबे चले आंदोलन के बाद नवंबर 2021 में इन कानूनों को निरस्त कर दिया गया। प्रदर्शनरत किसान फसलों के लिए न्यूनतम मूल्य की गारंटी पर कानून बनाने की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार इस पर राजी नहीं हुई।
वे अपनी मांगों को लेकर ‘दिल्ली चलो’ प्रदर्शन के तौर पर पिछले कई दिनों से पंजाब-हरियाणा सीमा पर शंभू और खनौरी सीमा पर डेरा डाले हुए हैं। हुड्डा ने कहा, ‘‘अगर यह तब किया होता तो किसान फिर से प्रदर्शन के रास्ते पर नहीं जाते।’’ उन्होंने कहा कि सरकार के पास अब भी वक्त है और उन्हें किसानों के मुद्दे हल करने तथा उनकी मांगों को पूरा करने के लिए तुरंत उनसे बातचीत करनी चाहिए। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘जब केंद्र जून 2020 में पहला अध्यादेश लेकर आया था तो मैंने संसद में तीनों कानूनों के पारित होने से पहले कहा था कि कृषि उत्पाद को एमएसपी से नीचे की दर पर खरीदने को अपराध बनाने के लिए भी चौथा कानून लाना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि अगर ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलेपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस) गठबंधन सत्ता में आता है तो उनकी पार्टी एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी सुनिश्चित करेगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार दावा करती है कि उसने 14 फसलों को एमएसपी पर खरीदा है। उन्होंने पूछा, ‘‘तो फिर कानूनी गारंटी देने में दिक्कत कहां है?’’ लोकसभा चुनाव की तारीखों की जल्द घोषणा होने की संभावना के साथ हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस पूरी तरह तैयार है और वह आम आदमी पार्टी (आप) के साथ गठबंधन में बहुत अच्छा प्रदर्शन करेगी।
हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों में से ‘आप’ को कुरुक्षेत्र सीट दी गयी है जबकि बाकी की नौ सीटों पर कांग्रेस लड़ेगी। आप ने कुरुक्षेत्र सीट से अपनी हरियाणा इकाई के प्रमुख सुशील गुप्ता को खड़ा किया है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के इस बार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के ‘‘400-पार’’ जाने के दावों पर हुड्डा ने कहा, ‘‘हर कोई उनके ‘जुमले’ के बारे में जानता है। यह एक और ‘जुमला’ है। लोग केंद्र तथा हरियाणा दोनों जगह बदलाव के लिए वोट करेंगे।’’ हुड्डा ने कहा कि पार्टी के लिए टिकटों के वितरण में जीतने की क्षमता प्रमुख मानदंड होगा।
उन्होंने कहा कि बेरोजगारी एक राष्ट्रीय मुद्दा है और हरियाणा में स्थिति विशेष रूप से गंभीर है, जहां समाज का प्रत्येक वर्ग एम.एल. खट्टर सरकार से ‘‘परेशान’’ है। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार कई मोचरें पर विफल हो गयी है। बेरोजगारी, मादक पदार्थ की समस्या, हाल में इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी की दिनदहाड़े हत्या से उजागर बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति और किसान तथा कर्मचारियों के मुद्दे हैं।’’ कांग्रेस की प्रदेश इकाई में कथित अंदरुनी कलह को लेकर पार्टी पर लगातार निशाना साधे जाने पर हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस एकजुट है लेकिन भाजपा के अंदर दरारें हैं।