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सरकार के आदेशों को ठेंगा दिखा रहे निजी स्कूल, बंद करने के आदेशों के बावजूद…

जिले में अधिकांश निजी स्कूलों द्वारा सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। हैरानी की बात ये है कि जिला प्रशासन ने अभी तक किसी भी स्कूल पर कोई कार्रवाई नहीं की।

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Government Orders Private Schools : अधिकांश निजी स्कूलों ने सरकारी आदेशों को एक बार फिर ठेंगा दिखाया। फरीदाबाद जिले में सरकारी आदेश हवा हवाई हुए, अधिकांश निजी स्कूलों में पांचवी तक की कक्षाएं लगी। सरकारी आदेशों को लागू करने वाले जिम्मेदार अधिकारी बेखबर है। वायु प्रदूषण की अधिकता को देखते हुए आगामी आदेशों तक पांचवी तक के सभी स्कूलों को बंद किया गया है।

जिले में अधिकांश निजी स्कूलों द्वारा सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। हैरानी की बात ये है कि जिला प्रशासन ने अभी तक किसी भी स्कूल पर कोई कार्रवाई नहीं की। सरकार के आदेश के मुताबिक हरियाणा के जिन जिलों में वायु की गुणवत्ता बेहद खराब है, वहां 12वीं तक कक्षाएं नहीं लगेगी। मौसम सुधरने तक सभी सरकारी और निजी स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई करवाई जाएगी।

संबंधित जिला उपायुक्त वायु की गुणवत्ता के अनुसार स्थानीय स्तर पर फैसला लेंगे। माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में ग्रेप-4 लागू होने के बाद इस संबंध में जिला उपायुक्तों को आदेश जारी कर दिए हैं। आदेशों में निर्देशित किया गया है कि छात्रों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करें।

स्कूल बंद करने के लिए ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में वायु की गुणवत्ता का अलग-अलग आकलन करें। बता दें कि उपायुक्त महावीर कौशिक ने मौलिक शिक्षा विभाग के महानिदेशक की ओर से जारी निर्देशों के पालना में जिला भिवानी में वायु प्रदूषण की अधिकता को देखते हुए पांचवीं कक्षा तक के सभी सरकारी, अर्द्ध सरकारी और निजी विद्यालयों में अवकाश घोषित करने के आदेश जारी किए हैं।

जिले में वायु गुणवत्ता सूचकांक की मौजूदा स्थिति का आकलन करने के बाद स्कूलों में पांचवीं कक्षा तक की भौतिक कक्षाएं बंद करने के संबंध में निर्णय लिया है। भिवानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक की स्थिति का विश्लेषण किया और संबंधित अधिकारियों के साथ चर्चा की। यह सामने आया कि वायु गुणवत्ता सूचकांक पिछले 24 घंटों में अधिकांश समय और जिला भिवानी के लगभग सभी शहरी और ग्रामीण हिस्सों में गंभीर, बहुत खराब श्रेणी में रहा है। जिला में प्रदूषण की स्थिति बेहद गंभीर हो रही जो लोगों की मुश्किलें बढ़ा रही हैं।

रोहतक का एक्यूआइ सोमवार को भी लगातार चौथे दिन 304 दर्ज किया गया। जो प्रदूषण की बेहद गंभीर स्थिति को दर्शाता है। मौसम में हुए बदलाव से मुश्किलें बढ़ने लगी हैं। उधर, मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 20 नवंबर तक कोहरे व स्माग से अभी राहत नहीं मिलेगी व तापमान भी और गिर सकता है। ऐसे में प्रदूषित हवा और सर्दी बढ़ने से लोगों की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। सोमवार को रोहतक का अधिकतम तापमान 21.9 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 14.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

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