हरियाणा: मुख्यमंत्री ने केंद्र से अर्धसैनिक बलों की और कंपनियां मांगी, मृतक संख्या बढक़र छह हुई

चंडीगढ़: गुरुग्राम में आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं जारी रहने के बीच हरियाणा सरकार ने बुधवार को केंद्रीय बलों की चार और कंपनियों की मांग की। वहीं, अस्पताल में बजरंग दल के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई, जिससे निकटवर्ती नूंह से शुरू हुई सांप्रदायिक हिंसा में मरने वालों की संख्या छह हो गई है।मंगलवार.

चंडीगढ़: गुरुग्राम में आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं जारी रहने के बीच हरियाणा सरकार ने बुधवार को केंद्रीय बलों की चार और कंपनियों की मांग की। वहीं, अस्पताल में बजरंग दल के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई, जिससे निकटवर्ती नूंह से शुरू हुई सांप्रदायिक हिंसा में मरने वालों की संख्या छह हो गई है।मंगलवार देर रात गुरुग्राम जिले में पांच गोदामों में आग लगा दी गई और मांस की दो दुकानों में तोड़फोड़ की गई। अधिकारियों ने कहा कि पुलिस के पहुंचने से पहले ही भीड़ तितर-बितर हो गई थी।

बुधवार को दो झुग्गियों में आग लगा दी गई और एक चाय की दुकान में तोड़फोड़ की गई। एक अन्य झुग्गी बस्ती में कुछ झोंपड़ियों में तोड़फोड़ की गई।बजरंग दल के कार्यकर्ता प्रदीप शर्मा की दिल्ली के एक अस्पताल में मौत हो गई। शर्मा उन 50 से अधिक लोगों में शामिल थे जो सोमवार को नूंह में खेड़ला मोड़ के पास विश्व हिन्दू रिषद (विहिप) की जलाभिषेक यात्र पर हुए हमले में घायल हो गए थे। मुस्लिम बहुल नूंह में भड़की हिंसा में मरने वालों में दो होम गार्ड सहित पांच लोग मारे गए हैं। पड़ोसी गुरुग्राम में एक मस्जिद पर भीड़ के हमले में एक इमाम मारा गया। इस घटना के संबंध में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

नूंह हमले को लेकर विहिप और बजरंग दल ने राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में आज विरोध प्रदर्शन किया। हरियाणा सीमा पर धरने के कारण लंबा जाम लग गया, जिससे दिल्ली और फरीदाबाद के बीच आवाजाही बाधित हो गई। उच्चतम न्यायालय ने भी बुधवार को संवेदनशील इलाकों में सुरक्षार्किमयों की तैनाती बढ़ाने और नफरत फैलाने वाले भाषण पर कार्रवाई करने का आदेश दिया। हालांकि, न्यायमूíत संजीव खन्ना और न्यायमूíत एसवी भट्टी की पीठ ने दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में दो हिन्दू संगठनों द्वारा प्रस्तावित रैलियों को रोकने से इनकार कर दिया।दिल्ली की सीमा से लगे गुरुग्राम जिले में सोमवार को नूंह में हुई झड़प के बाद आगजनी और तोड़फोड़ के कई मामले सामने आए हैं। अधिकारियों का कहना है कि मस्जिद को निशाना बनाए जाने के बाद कोई हताहत नहीं हुआ है।लेकिन कुछ इलाकों में मुस्लिम प्रवासी कामगारों का कहना है कि उन्हें धमकियां मिली हैं और वे घर वापस जाने पर विचार कर रहे हैं।

पश्चिम बंगाल के ऑटोरिक्शा चालक ने कहा, ‘‘मंगलवार रात कुछ लोग मोटरसाइकिलों पर आए और हमें धमकी दी कि अगर हम वहां से नहीं गए तो वे हमारी झुग्गी में आग लगा देंगे। पुलिस रात से ही यहां है लेकिन मेरा परिवार डरा हुआ है और हम शहर छोड़ने वाले हैं।’’उन्होंने कहा, ‘‘स्थिति सुधरने पर हम वापस आ सकते हैं।’’ पुलिस ने लोगों से ऐसी धमकियों की सूचना करने को कहा है और सुरक्षा का वादा किया है।राज्य पुलिस के अलावा केंद्रीय बलों की 20 कंपनियां हरियाणा में तैनात हैं जिनमें से 14 नूंह में, तीन पलवल में, दो गुरुग्राम में और एक फरीदाबाद में है।हरियाणा सरकार ने कानून-व्यवस्था और शांति एवं सुरक्षा बनाए रखने के मद्देनजर बुधवार को दूसरी इंडिया रिजर्व बटालियन (आईआरबी) के मुख्यालय को पुलिस परिसर भोंडसी से नूंह जिले में तुरंत स्थानांतरित करने का फैसला किया।

इस संबंध में अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) टी वी एस एन प्रसाद ने एक आदेश जारी किया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि सरकार ने केंद्र से चार और कंपनियों की मांग की है और हरियाणा स्थित इंडिया रिजर्व बटालियन की एक बटालियन भी तैनात की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य में अब तक 116 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 90 लोगों को हिरासत में लिया गया है तथा 41 मामले दर्ज किए गए हैं।स्थानीय पुलिस ने कहा कि सिर्फ गुरुग्राम में अब तक 50 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें ‘जय भारत माता वाहिनी’ संगठन का प्रमुख दिनेश भारती भी शामिल है। दिनेश पर कथित तौर पर सांप्रदायिक ंिहसा भड़काने वाला वीडियो पोस्ट करने का मामला दर्ज किया गया है।

जिला पुलिस ने आपत्तिजनक सामग्री वाले 50 सोशल मीडिया अकाउंट की पहचान की है। गुरुग्राम में मंगलवार रात जलाए गए तीन गोदाम टिकली गांव के पास स्थित हैं और अन्य दो पालम विहार और सेक्टर 70 ए में स्थित हैं। नखडोला गांव के पास झुग्गियों में कुछ युवकों के एक समूह ने तोड़फोड़ की। बादशाहपुर में मांस की दो दुकानों को निशाना बनाया गया।हिंसा किस वजह से हुई, इस बात पर खट्टर और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला असहमत दिखे।चौटाला ने मंगलवार को कहा कि जलाभिषेक यात्र के आयोजकों ने अपेक्षित भीड़ का उचित अनुमान नहीं दिया और संभवत? यही नूंह में हुई घटना का कारण बना। बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने इसका खंडन किया।उन्होंने कहा कि स्थानीय अधिकारियों ने जलाभिषेक यात्र से एक दिन पहले ‘‘दोनों पक्षों’’ के साथ बैठक की थी और उन्हें आश्वासन दिया गया था कि कार्यक्रम शांतिपूर्ण तरीके से होगा।

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