छात्राओं के यौन उत्पीड़न मामला: जेजेपी के जाल में कांग्रेस फंसी

चंडीगढ़ : जींद में छात्राओं के यौन उत्पीड़न मामले में कांग्रेस जेजेपी के जाल में फंसती नजर आ रही है। जेजेपी एक के बाद नए-नए आरोप लगा कर कांग्रेस को घेर रही है। कांग्रेस के पास इसका जवाब नहीं है। जेजेपी ने कांग्रेस पर नया आरोप यह लगाया कि कांग्रेस के राज में आरोपी प्रिंसिपल.

चंडीगढ़ : जींद में छात्राओं के यौन उत्पीड़न मामले में कांग्रेस जेजेपी के जाल में फंसती नजर आ रही है। जेजेपी एक के बाद नए-नए आरोप लगा कर कांग्रेस को घेर रही है। कांग्रेस के पास इसका जवाब नहीं है। जेजेपी ने कांग्रेस पर नया आरोप यह लगाया कि कांग्रेस के राज में आरोपी प्रिंसिपल पर तीन बार इसी तरह के आरोप लगे। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा , कांग्रेस सरकार के दौरान 2005, 2010 और 2012 में अध्यापक पर उचाना क्षेत्र में  छेड़छाड़ के आरोप लगे। हर बार उसे  बचाया गया।

हरियाणा विधानसभा में यौन उत्पीड़न मामले को उठाते दुष्यंत चौटाला की फाइल फोटो

इन तर्कों के आधार पर कांग्रेस को सवालों के घेरे में खड़ा कर रहे दुष्यंत चौटाला

उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने दावा किया कि  साल 2005 में आरोपी अध्यापक उचाना के गीता स्कूल में पढ़ाता था। वहां आरोपी ने ट्यूशन पढ़ने वाली एक छात्रा के साथ छेड़छाड़ की और परिजनों की शिकायत के बाद अध्यापक को निजी स्कूल से बर्खास्त किया गया।  चौटाला ने कहा कि साल 2006 में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार के दौरान आरोपी शिक्षक को जेबीटी गेस्ट टीचर भर्ती किया गया। भूपेंद्र हुड्डा उसकी 2008 में भर्ती होने की बात कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि दो साल जेबीटी गेस्ट टीचर रहने के उपरांत आरोपी अध्यापक 2008 में हेडमास्टर भर्ती हुआ। उन्होंने कहा कि साल 2010 में भी उचाना में जिला स्तरीय एक जांच कमेटी ने मामले में लीपापोती करके आरोपी अध्यापक को बचाने का काम किया।

 साल 2012 में आरोपी शिक्षक के खिलाफ छेड़छाड़ का दोबारा मामला सामने आया। इसके खिलाफ गांव की सरपंच ने शिक्षा अधिकारी से लेकर शिक्षा मंत्री तक लिखित में शिकायत दी तथा सबसे मुलाकात भी की।

पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा और गीता भुक्कल की फाइल फोटो।

बचाव की कोशिश में नजर आ रही कांग्रेस
पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि आरोपी प्रिंसिपल 2005 में  सरकारी सेवा में था ही नहीं, वह 2008 में नौकरी लगा।

पूर्व सीएम ने बताया कि  दुष्यंत चौटाला का  आरोप है कि  2011 में तत्कालीन शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल के  झज्जर आवास पर पंचायत हुई, जबकि सच्चाई यह है कि 2011 में झज्जर में गीता भुक्कल का कोई आवास था ही नहीं।

यूं समझे इस विवाद को

इसी साल 31 अगस्त को  जींद के एक सरकारी स्कूल की 20 से ज्यादा छात्राओं ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राष्ट्रीय महिला आयोग को पांच पेज का एक शिकायत पत्र भेजा। इसमें आरोप लगाया कि प्रिंसिपल उन्हें अपने कार्यालय में बुला कर छेड़छाड़ करता है। इन आरोपों पर प्रदेश में हड़कंप मच या। 30 अक्टूबर को आरोपी प्रिंसिपल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। प्रिंसिपल को अब गिरफ्तार कर लिया गया है।

कांग्रेस और जेजेपी में यूं शुरू हुआ आरोप प्रत्यारोप

कांग्रेस ने शीतकालीन सत्र में इस मामले को उठाया। लेकिन जेजेपी ने  कांग्रेस की पूर्व शिक्षा मंत्री झज्जर की विधायक गीता भुक्कल पर ही इस मामले में कई आरोप जड़ दिए। मामला इतना तुल पकड़ गया कि इसकी जांच हाईकोर्ट के जज से कराने के लिए सरकार ने निर्णय ले लिया। बाद में तय किया गया कि इस मामले की जांच विधानसभा की कमेटी करेगी।

कम से कम जेजेपी इस मामले को मुद्दा बनाने से तो रोकने में कामयाब रही

हरियाणा की राजनीति की समझ रखने वाले राजनीतिक शास्त्र के पूर्व प्रोफेसर एसके जोली ने बताया कि इतने बड़े कांड को जेजेपी ने प्रदेश में मुद्दा बनाने से रोक दिया है। राजनीति इसका नाम है। यौन उत्पीड़न का यह मामला जींद जिले के सरकारी स्कूल का है, वहां से उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला विधायक है। इतना बड़ा कांड होने पर भी वह आरोपों का डट कर सामना कर रहे हैं।

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