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गांव मुकंदपुरा में खत्म हुआ तेंदुए का आतंक, बीती रात पिंजरे में कैद हुआ एक तेंदुआ

नारनौल के साथ लगते गांव मुकंदपुरा में पिछले1 महीने से भी अधिक समय से तेंदुए का आतंक बना हुआ था। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को गांव व साथ लगते खेतों में तेंदुए के होने की सूचनाएं अनेक बार दी थी। जिस पर वन विभाग ने गांव के आसपास खेतों व पहाड़ी इलाके में तेंदुए को.

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नारनौल के साथ लगते गांव मुकंदपुरा में पिछले1 महीने से भी अधिक समय से तेंदुए का आतंक बना हुआ था। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को गांव व साथ लगते खेतों में तेंदुए के होने की सूचनाएं अनेक बार दी थी। जिस पर वन विभाग ने गांव के आसपास खेतों व पहाड़ी इलाके में तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाए थे। अब से 8 दिन पूर्व एक तेंदुए को वन विभाग ने पकड़ लिया था। इसके बाद ग्रामीणों को कुछ राहत मिली थी लेकिन अब दो-तीन दिनों से फिर इसी क्षेत्र में ग्रामीणों द्वारा तेंदुए को देखा गया,और फिर से वन विभाग को इसकी शिकायत की गई थी।

तेंदुए के भय के कारण ग्रामीण ना ही तो अपने खेतों में काम करने के लिए जा पा रहे थे। ना ही अपने पशुधन को बाहर खुले में छोड़ पा रहे थे। ग्रामीणों ने बार-बार शिकायत की कि अभी भी इस इलाके में दो तेंदुए और देखे गए हैं। जिके बाद बीती रात एक तेंदुआ फिर से पिंजरे में कैद हो गया। इससे यह बात तो साफ हो गई है कि ग्रामीणों द्वारा दो तेंदुए और होने की जो आशंकाएं जताई जा रही थी। उसमें से एक तेंदुआ और पकड़ा जा चुका हैलेकिन अभी भी एक और तेंदुए के होने की आशंका है। वन विभाग द्वारा दो तेंदुए को पकड़ने के बाद अब ग्रामीणों को कुछ राहत की सांस मिली है।

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