मां ने सिर्फ स्कूल जाने के लिए लगाई आवाज़ , सातवीं कक्षा में पढ़ने वाले इस बच्चे ने लगाई नहर में छलांग

हमारे बड़े हमें स्कूल जाने के लिए , पढ़ने के लिए इसलिए कहते हैं ताकि हम जिंदगी में कामयाब हो सकें , मेहनत करके आगे बढ़ सकें, लेकिन बच्चे उनकी बातों का बुरा मान जाते हैं और ऐसा कदम उठा लेते हैं जिससे बाद में सारे परिवार को दुख होता है। करनाल में एक ऐसा.

हमारे बड़े हमें स्कूल जाने के लिए , पढ़ने के लिए इसलिए कहते हैं ताकि हम जिंदगी में कामयाब हो सकें , मेहनत करके आगे बढ़ सकें, लेकिन बच्चे उनकी बातों का बुरा मान जाते हैं और ऐसा कदम उठा लेते हैं जिससे बाद में सारे परिवार को दुख होता है। करनाल में एक ऐसा ही मामला सामने आया है। करनाल के कर्ण विहार में रहने वाला 7वीं कक्षा का छात्र अरमान जिसके माता पिता ने कई अरमान अपनी आंखों में पाले हुए थे, उन्हें उम्मीद थी कि उनका बेटा बड़ा होकर उनका ध्यान रखेगा पर एक कदम से घर में मातम पसर गया। मां ने कहा स्कूल जाने के लिए क्योंकि कई एक साथ छुट्टियां आ गई थी, अरमान स्कूल ड्रेस में तैयार भी था, पर उसका स्कूल जाने का मन नहीं था, मां ने जब उसे स्कूल जाने के लिए टोक दिया तो वो नाराज़ हो गया और साइकिल उठाकर घर से चला गया, वो साइकिल जिसके लिए उसके पापा ने विदेश से पैसे भेजे थे।

अरमान के पिता पिछले कई सालों से पुर्तगाल में हैं और वहीं से वो पैसे भेजते हैं जिससे घर का गुजारा चलता है। अरमान साइकिल उठाकर नहर की तरफ जाता है और छलांग लगाकर आत्महत्या कर लेता है। अरमान को बचाने के लिए आस पास के कई लोग भी आते हैं पर कोई बचा नहीं पाया और अरमान ने दम तोड़ दिया। अरमान के मामा बताते हैं कि अरमान का सपना भी बाहर जाकर काम करने का था। लेकिन एक गलत कदम सब कुछ खत्म कर गया, अरमान अपनी दो बहनों का इकलौता भाई था। फिलहाल परिवार में मातम पसरा हुआ।

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