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5 वर्ष पहले भीड़ में मां से बिछड़े बेटे को मिसिंग पर्सन हेल्पलाइन टीम ने मिलवाया, परिजनों की आंखों में छलके खुशी के आंसू

फरीदाबाद के पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा के मार्गदर्शन में कार्रवाई करते हुए मिसिंग पर्सन हेल्पलाइन में इंस्पेक्टर नवीन के नेतृत्व में एएसआई कृष्ण लाल की टीम ने 5 वर्ष पहले भीड़ में बिछड़े 9 वर्षीय बच्चे को उसके परिजनों से मिलवाकर परिजनों के जीवन की खुशियां लौटाने का सराहनीय कार्य किया है। पुलिस प्रवक्ता.

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फरीदाबाद के पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा के मार्गदर्शन में कार्रवाई करते हुए मिसिंग पर्सन हेल्पलाइन में इंस्पेक्टर नवीन के नेतृत्व में एएसआई कृष्ण लाल की टीम ने 5 वर्ष पहले भीड़ में बिछड़े 9 वर्षीय बच्चे को उसके परिजनों से मिलवाकर परिजनों के जीवन की खुशियां लौटाने का सराहनीय कार्य किया है।

पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि मिसिंग पर्सन हेल्पलाइन आज एक ऐसी संस्था के रूप में उभर चुकी है जो आए दिन लगातार लापता हुए बच्चों व व्यक्तियों को तलाश करके उनके परिजनों तक सकुशल वापस पहुंचाने का सराहनीय कार्य कर रही है। मिसिंग पर्सन हेल्पलाइन की टीम फरीदाबाद के कर्ममार्ग अनाथ आश्रम पहुंची थी जहां पर उन्होंने बच्चों से पूछताछ की जहां पूछताछ करने पर पता चला कि एक 14 वर्षीय बच्चा पांच साल पहले जब 9 वर्ष का था तो अपनी मां के साथ दिल्ली से फरीदाबाद आ रहा था परंतु भीड़ अधिक होने के कारण बस में वह अपनी मां से बिछड़ गया और दूसरी बस में बैठकर राजस्थान के भरतपुर पहुंच गया जहां पर वह 2 साल तक कृष्ण बालगृह में रहा।

वर्ष 2020 में बच्चे को भरतपुर से फरीदाबाद ट्रांसफर कर दिया गया जहां वह बाल कल्याण समिति के माध्यम से कर्ममार्ग अनाथआश्रम खेड़ीपुल में रह रहा था। मिसिंग पर्सन हेल्पलाइन ने जब बच्चे से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसका परिवार बल्लभगढ़ सिटी पार्क के पास किराए के मकान में रहता है और उसके पिताजी प्लास्टिक के कट्टे सिलने का कार्य करते हैं। बच्चे ने कहा कि यदि उसे उस एरिया में ले जाया जाए तो वह अपने घर को पहचान सकता है। इसी उद्देश्य से मिसिंग पर्सन हेल्पलाइन की टीम बाल कल्याण समिति से अनुमति लेकर बच्चे के साथ बल्लभगढ़ सिटी पार्क के पास पहुंची जहां से समाजसेवी गौरव शर्मा की मदद ली जिन्होंने बच्चे की माता का नंबर पता करके उनसे संपर्क किया और बच्चे की शिनाख्त करवाई जिसपर बच्चे के परिजनों ने उसे पहचान लिया।

इसके पश्चात बच्चे को उसके परिजनों से मिलाया गया। बच्चे की मां 5 साल बाद अपने बेटे को देखकर खुशी के आंसू बहाने लगी और अपने बेटे को सीने से लगा लिया और बहुत अधिक भावुक हो गई। बच्चे के परिजनों ने पुलिस मिसिंग पर्सन हेल्पलाइन की टीम द्वारा किए गए सराहनीय कार्य के लिए उनका तहे दिल से धन्यवाद किया। पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि मिसिंग पर्सन हेल्पलाइन ने www.missingpersonhelpline.org के नाम से अपनी वेबसाइट और missing person helpline (mph) नामक एप बना रखी है जिसके माध्यम से यह अपनी सेवाएं पूरे देश में पहुंचा रही है। यदि आपको कोई भी बच्चा या व्यक्ति लापता हालत में मिले तो उसकी फोटो उक्त वेबसाइट व ऐप पर अवश्य अपडेट करें ताकि इसकी पहचान करके उन्हें उनके परिजनों तक पहुंचाया जा सके और उनके जीवन की खुशियां वापस लौटाई जा सके।

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