यमुनानगर: अपनी चल अचल मन संपित्त से बेदखल किए बेटे ने अपनी मां के नाम से बने मकान पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर बैंक से लोन ले लिया। जब बैंक अधिकारी आरोपित के पिता के घर किस्त जमा करवाने का मैसेज लेकर पहुंचे तो उन्हें इसका पता चला। आरोपित युवक के पिता का आरोप है कि उसके बेटे ने बैंक अधिकारियों के साथ मिली भगत करके मकान के फर्जी दस्तावेज तैयार कर लोन लिया है। पुलिस ने आरोपित के पिता की शिकायत पर आरोपित व अज्ञात बैंक अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जड़ौदा गेट निवासी चमन लाल ने शहर जगाधरी पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी पत्नी लछमी देवी के नाम से जड़ौदा गेट पर उनका 90 वर्ग गज में मकान है। उसका लड़का ब्रह्मदेव कुमार उसके कहने सुनने से बाहर है। जिसके चलते उन्होंने उसे अपनी चल अचल संपित्त से बेदखल किया हुआ है। आरोप है कि उसके बेटे ब्रह्मदेव कुमार ने आईडीएफसी बैंक बिग बाजार अंबाला के कर्मचारियों के साथ मिलकर उनके मकान पर लोन ले लिया। जिसका पता उन्हें तब चला जब बैंक के कुछ कर्मचारी उनके घर पर लोन की किस्त अदा करने को कहने आए। अब बैंक के कर्मचारी मकान खाली करने के लिए उन्हें परेशान कर रहे हैं। जबकि उनका लोन से कोई वास्ता नहीं है।
उसके बेटे ने उनकी संपित्त को हड़प करने की नीयत से लोन लिया। इस संबंध में उन्होंने एक शिकायत 11 फरवरी 2020 को एसपी को दी थी, जब पुलिस के इकोनॉमिक्स सेल द्वारा जांच की गई तो पता चला कि उसके बेटे ने उनके मकान के फर्जी दस्तावेज तैयार करके उनके मकान पर लोन लिया है। आरोप है कि पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। जिसके बाद उन्होंने अदालत में याचिका दायर की। अदालत के आदेश पर अब पुलिस ने मामले में उसके बेटे व बैंक के अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी व जालसाजी का केस दर्ज किया है। उधर, जांच अधिकारी एएसआई रिषीपाल का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।