यमुनानगर: नहर कालोनी के क्वार्टर में संदिग्ध परिस्थितियों में मिला जेई का शव

नहरी विभाग में कार्यरत जेई के पद पर तैनात शंभू प्रताप ङ्क्षसह क्वार्टर पर संदिग्ध परिस्थितियों में मिला।

यमुनानगर: नहरी विभाग में कार्यरत जेई के पद पर तैनात शंभू प्रताप ङ्क्षसह क्वार्टर पर संदिग्ध परिस्थितियों में मिला। जब आस-पास के लोगों को बदबू आने लगी तो इसकी सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। जेई की मौत कैसे हुई यह पोस्टमार्टम के आधार पर ही जांच होगी। गांव झंडा निवासी 41 वर्षीय शंभु प्रताप सिंह नहरी विभाग में जेई के पद पर कार्यरत था। उसकी पोस्टिंग तीन साल पहले हुई थी। वह वर्तमान में नहर कालोनी के क्वार्टर नंबर-139 में अकेले ही रह रहा था और वह अविवाहित था।

शुक्रवार को शंभु सिंह के कमरे से बदबू आई तो पड़ोसियों ने उनके मामा के बेटे को सूचना दी, जिस पर उनके भाई नरेंद्र सिंह अपने मामा के लड़के जगतार सिह पुत्र शमशेर सिंह गांव सालेहपुर के साथ शंभु सिंह के क्वार्टर पर पहुंचे। नरेंद्र सिंह ने पुलिस को बताया कि उनका छोटा भाई भाई कभी-कभार ही उनके पास गांव में मिलने के लिए जाया करता था। शुक्रवार की सुबह गांव साहेलपुर निवासी उनके मामा के लड़के गुलाब सिंह ने उन्हें फोन कर बताया कि शंभु के पड़ोसियों ने सूचना दी है कि उसके क्वार्टर से बदबू आ रही है और मक्खियां भी उड़ रही है।

इसके बाद नरेंद्र सिंह अपने मामा के दूसरे लडके जगतार सिह को साथ लेकर अपने भाई शंभुप्रताप सिह के क्वार्टर पर पहुंचे तो देखा कि वहां पर बहुत ज्यादा बदबू आ रही थी। इसके बाद वह क्वार्टर के अंदर गए तो शंभु सिंह चारपाई के साथ नीचे फर्श पर मृतक अवस्था में सीधे मुह पड़ा था। नरेंद्र ने बताया कि उनके भाई को पहले भी कईं बार मिर्गी जैसे दौरे पड़ते रहते थे। इसके साथ ही वह इधर-उधर से दौरों की दवाई लेकर अपना इलाज करवाता रहता था। उसके भाई शंभु प्रताप सिंह की मौत दौरा पड़ने से ही हुई है। इसमें किसी का कोई कसूर नहीं है और न ही किसी पर शक है। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

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