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रिकॉर्ड तोड़ गर्मी के बीच शिमला में बरसीं राहत की बूंदें

हिल्स स्टेशन शिमला में इस बार मौसम का मिजाज बदला हुआ है। मैदानों की भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए शिमला की वादियों

शिमला: हिल्स स्टेशन शिमला में इस बार मौसम का मिजाज बदला हुआ है। मैदानों की भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए शिमला की वादियों का रूख करने वाले सैलानियों को यहां भी गर्मी के थपेड़ों का सामना करना पड़ रहा है। शिमला में बीते बुधवार को गर्मी ने पिछले एक दशक का रिकार्ड तोड़ दिया। शिमला का अधिकतम तापमान 31.7 डिग्री पर पहुंच गया है। यहां वर्ष 2014 के बाद पहली बार पारा 31 डिग्री पार गया है। हिमाचल प्रदेश में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी के बीच मौसम ने करवट बदली है। प्रदेश की राजधानी शिमला में गुरुवार दोपहर बारिश हुई। बारिश से मौसम कूल-कूल हो गया है।

वहीं बीती रात को लाहौल की चोटियों पर हल्की बर्फबारी दर्ज की गई। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से आज से एक सप्ताह तक प्रदेश के कई भागों में बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के अनुसार 30 मई से 5 जून तक प्रदेश के कई क्षेत्रों में बारिश का पूर्वानुमान है। 1 जून को अधिकतर क्षेत्रों में बारिश हो सकती है। 31 मई से 2 जून तक कई भागों में अंधड़ चलने का येलो अलर्ट भी जारी किया गया है।

पश्चिमी विक्षोभ की सRियता से मौसम में यह बदलाव आने की संभावना है। प्रचंड गर्मी से राहत मिलने की उमीद है।उधर, मैदानी व कम ऊंचाई वाले भागों में प्रचंड गर्मी जारी है। आज भी इन क्षेत्रों के लिए हीटवेव का येलो अलर्ट जारी हुआ है। बीते बुधवार को पहली बार ऊना में अधिकतम पारा 46.0 और हमीरपुर के नेरी में 46.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। हिल्स क्वीन शिमला सहित कांगड़ा और सोलन में पारा चढ़ने से 11 साल और धर्मशाला में 35 साल का रिकॉर्ड टूट गया।

गुरुवार को प्रदेश के 12 में से आठ जिले लू की चपेट में रहे। चंबा, लाहौल-स्पीति और किन्नौर में भी पारा बढ़ा है, लेकिन यहां अभी लू जैसे हालात नहीं बने हैं। ऊना में अभी तक मई 2013, जून 2005 और जून 2019 में सबसे अधिक 45.2 डिग्री तक पारा गया था। प्रदेश के इतिहास का भी यह सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान था।

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