धर्मशाला (यशपाल सिंह) : धर्मशाला के तपोवन में विधानसभा के शीतकालीन सत्न के बाद निचले हिमाचल के लिए शीतकालीन प्रवास की पुरानी परंपरा को फिर से शुरू करने के मुख्यमंत्नी के ऐलान से लोगों के चेहरे खिल गए हैं। आम जनता ही नहीं अधिकारी भी कह रहे हैं कि देर आए दुरूस्त आए।
मुख्यमंत्नी शीतकालीन प्रवास के दौरान धर्मशाला सचिवालय में बैठने के अलावा कांगड़ा, चंबा, ऊना हमीरपुर सहित आसपास के जिलों के विधानसभा क्षेत्नों में जाकर लोगों की समस्याओं का समाधान करने के अलावा नई घोषणाएं व विकास कार्यों के उद्घाटन व शिलान्यास भी करते हैं।
मुख्यमंत्नी के शीतकालीन प्रवास का निर्णय होने के बाद से ही धूल फांक रहे धर्मशाला स्थित सचिवालय परिसर में रंग रोगन से लेकर साफ सफाई का काम शुरू हो गया है। इतना ही नहीं सीएम के इस निर्णय से कांगड़ा सहित अन्य जिलों में भी सड़कों, पानी व बिजली से लेकर मूलभूत सुविधाओं को जुटाने के लिए प्रशासनिक अधिकारी एक्सरसाइज करने में जुट गए हैं।
इसी कड़ी में कांगड़ा के उपायुक्त हेम राज बैरवा ने जिला के करीब आधा दर्जन विधानसभा क्षेत्नों का प्रवास कर धरातल पर विकास कार्यों को उतारने के लिए समीक्षा बैठकें शुरू कर दी हैं। जिससे शीतकालीन प्रवास के दौरान मुख्यमंत्नी विभिन्न योजनाओं के उद्घाटन व शिलान्यास करने के अलावा अपने दो साल के कार्यकाल में हुए विकास कार्यों को भी जनता के समक्ष रख सकें। वहीं शीतकालीन प्रवास के ऐलान से निचले हिमाचल खासकर कांगड़ा-चंबा के लोगों के लिए बड़ी राहत मिली है, क्योंकि सरकार के प्रवास से उन्हें कई सौगातें मिलने की आस बंध गई है।