शिमला (गजेंद्र) : नगर निगम शिमला का चुनावी माहौल सतारूढ़ और विपक्षी दल की बयानबाजी के बीच गर्म है। बीजेपी पूर्व कर्मचारी प्रकोष्ठ ने कांग्रेस सरकार पर कर्मचारियों व प्रदेश की जनता से झूठ बोलकर सत्ता में आने के आरोप लगाए हैं। बीजेपी पूर्व कर्मचारी परकोष्ठ के संयोजक घनश्याम शर्मा ने कहा कि कांग्रेस छल व झूठ बोलकर सत्ता में आई है। दस गारंटिया दी गई लेकिन नीति व नियत ठीक न होने से चार महीने बाद भी कोई गारंटी पूरी नहीं हुई। यह पहली बार नहीं हुआ, जब भी कांग्रेस को लगा कि बीजेपी सत्ता में रिपीट हो सकती है तभी कांग्रेस ने बड़ा झूठ बोला।
2011 में बेरोजगारों को भत्ता देने की बात हुई लेकिन सत्ता में आने के बाद पांच सालों में कुछ नही किया। लोगों को गुमराह करना कांग्रेस की पुरानी परंपरा है। अब कांग्रेस ने दस गारंटियों के नाम पर बड़ा झूठ बोला है। चार महीने में ओपीएस की एसओपी से आगे तक नहीं बढ़ पाए हैं। कर्मचारियों से अंडरटेकिंग नहीं ली है।
कांग्रेस राजस्थान को ओ पी एस का मॉडल बता रही है लेकिन वहां भी कांग्रेस इसे नही दे पाई है। उन्होंने कहा कि डीए की नोटिफिकेशन निगम चुनावों को देखते हुए आनन फानन में की गई है। कांग्रेस सरकार के कथनी करनी में अंतर है। कर्मचारियों को पुरानी पेंशन टुकड़ों में नही मिलनी चाहिए।