आवारा पशुओं से परेशान किसान, दिन रात पहरा देने को मजबूर

जोल : ग्राम पंचायत खरयालता तलमेहडा एवं इनके साथ लगती विभिन्न पंचायतों में सिंचाई का साधन न होने से किसानों को आसमानी बारिश पर निर्भर रहना पड़ता है। अगर बारिश समय समय पर हो जाए तो फसल की बढ़िया पैदावार हो जाती है। वहीं पर दो दिन पहले ही हल्की बूंदा-बांदी होने से किसानों को.

जोल : ग्राम पंचायत खरयालता तलमेहडा एवं इनके साथ लगती विभिन्न पंचायतों में सिंचाई का साधन न होने से किसानों को आसमानी बारिश पर निर्भर रहना पड़ता है। अगर बारिश समय समय पर हो जाए तो फसल की बढ़िया पैदावार हो जाती है। वहीं पर दो दिन पहले ही हल्की बूंदा-बांदी होने से किसानों को थोड़ी राहत जरूर मिली है, लेकिन किसानों को अपनी फसल आवारा पशुओं से सुरक्षित रखने के लिए दिन रात ठीकरी पहरा देने को मजबूर होना पड़ रहा है।

किसानों में सेवानिवृत्त मेजर रधुवीर सिंह, अमरदीप सिंह उर्फ सोनू बाबा,राकेश कुमार, देसराज शर्मा,सुरजीत सिंह,जीवन ठाकुर,मंजीत सिंह,रवि शर्मा,किशन पाल शर्मा,रोशन लाल शर्मा, देसराज शर्मा , राजेश शर्मा,दीपक शर्मा,विकास शर्मा,विजय शर्मा,राज कुमार शर्मा सहित अन्य किसानों का कहना है कि दिन रात बेसहारा पशुओं से किसान बहुत परेशान हैं।

उन्होंने बताया कि इन आवारा पशुओं में कुछ पशु ऐसे हैं जिनके कान पर टैग लगे हुए हैं उन पालतू पशुओं को भी लोगों ने आवारा छोड़ रखा है। आखिर किसान करें भी तो क्या करें। पशु चिकित्सा अधिकारी बंगाणा डॉ सत्येन्द्र ठाकुर का कहना है कि मामला उनके ध्यान में आया है। जल्द ही विभाग की टीम से इसकी रिपोर्ट मंगवाई जाएगी, जिससे कि किसानों की समस्या का समाधान हल करवाया जा सके।

- विज्ञापन -

Latest News