गगरेट (सूद) : रात के अंधेरे में वन संपदा को पड़ोसी राज्य पंजाब की मंडियों में बेचने के मामले में वन विभाग ने वन माफिया पर कार्यवाई कर 7 गाड़ियों को पकड़ने में सफलता हासिल की है। प्रदेश की वन संपदा को प्रदेश से बाहर जाकर बेचा जा रहा है और वन माफिया द्वारा ऐसी लकड़ी को अपना निशाना बनाया जा रहा है जो कि प्रतिबंधित है। रात के अंधेरे में वन संपदा को छोटे ट्रालो में भरकर बिना दस्तावेज बाहरी राज्य में जाकर बेचा जा रहा है। इसी कड़ी में वन विभाग ने ऐसे वन माफिया पर अपना शिकंजा कसते हुए अवैध लकड़ी की तस्करी करते हुए पिकअप गाड़ियों को पकड़ा है।
वन विभाग द्वारा बुधवार देर रात नाकेबंदी के दौरान सात गाड़ियों को देर रात पकड़ा। रेंज ऑफिसर अविनाश के नेतृत्व में विभाग ने अवैध लकड़ी की तस्करी करने वालों के खिलाफ दबिश देकर एक बड़ी सफलता प्राप्त की हैं। 7 गाड़ियों में से एक गाड़ी के पास दस्तावेज तो थे, लेकिन वो वैध रूट पर नहीं जा रही थी जो दस्तावेज में दर्शाया गया, इसलिए उस गाड़ी पर 10 हजार रुपए जुर्माना लगाकर उसे छोड़ दिया गया। वहीं 3 गाड़ियां ऊना परिक्षेत्र के होने के कारण उनकी जांच का जिम्मा ऊना परिक्षेत्र को दे दिया गया। जबकि 3 गाड़िया अम्ब के रेंज ऑफिस में जब्त कर ली गई है।
जानकारी के अनुसार इन गाड़ियों चालकों के पास वैध दस्तावेज भी नही थे और ये सभी लकड़ियां प्रतिबंधित प्रजाति की थी। इन मे से एक गाड़ी चालाक गाड़ी छोड़कर भाग गया है, वन विभाग ने जब उससे दस्तावेज मांगे तो वो गाड़ी में चाबी लगी छोड़कर मौके से भाग गया और अभी तक नही आया। फिलहाल वन विभाग ने 7 में से 1 गाड़ी को 10 हजार रुपए जुर्माना किया है और अन्य 6 गाड़ियों को जब्त कर लिया है। वन परिक्षेत्र अधिकारी अम्ब अविनाश कुमार ने बताया कि वन विभाग की टीम ने देर रात बिना वैध दस्तावेज के लकड़ी लेकर पंजाब जा रही 7 गाड़ियां जब्त की थी, जिनमे से एक को 10 हजार जुर्माना लगाकर छोड़ दिया, जबकि अन्य पर कार्यवाई की जा रही है।