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domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init
action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /var/www/dainiksaveratimescom/wp-includes/functions.php on line 6114शिमला : मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शनिवार को ऊना के पेखूबेला में सोलर पावर प्रोजेक्ट की आधारशिला रखेंगे। 32 मैगावाट की इस परियोजना का निर्माण हिमाचल पावर कारपोरेशन करने जा रहा है। हिमाचल को ग्रीन एनर्जी स्टेट के रूप में परिवर्तित करने में यह परियोजना भी सहायक सिद्ध होगी। 2026 तक प्रदेश में ग्रीन एनर्जी को विस्तार देने की योजना है। ऐसे में सरकारी क्षेत्र में यह बड़ा सोलर प्रोजेक्ट लगाया जाएगा। पेखूबेला सोलर प्रोजेक्ट का काम 19 मई को इसी साल दिया गया था जिसके बाद इसकी औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए काम शुरू किया गया। इसके लिए कुल 59 हैक्टेयर जमीन का इस्तेमाल किया जा रहा है जिसपर यह सोलर प्रोजेक्ट लगेगा। इसपर 82 हजार 656 सोलर मॉडयूल स्थापित किए जाएंगे।
यहां पर उत्पादित बिजली 132 केवी की डबल सर्किट लाइन के माध्यम से ग्रिड से जोड़ी जाएगी। यह लाइन रक्कड़ से टाहलीवाल तक बनाई जाएगी। इसकी लंबाई 1ण्88 किलोमीटर होगी। एक साल में इस परियोजना से कुल 66.10 मिलीयन यूनिट बिजली का उत्पादन किया जाना प्रस्तावित है। यह परियोजना सालाना 2532 टन कार्बन उत्सर्जन को कम करने में मददगार साबित होगी। वहीं स्थानीय स्तर पर रोजगार भी जनरेट करेगी। प्रदेश सरकार ने पावर कारपोरेशन को दो साल में 500 मैगावाट सोलर पावर उत्पादन का लक्ष्य रखा है। इस वित्त वर्ष में पावर कारपोरेशन 200 मैगावाट उत्पादन को पूरा करेगी तो वहीं अगले वित्त वर्ष में शेष बचे 300 मैगावाट के उत्पादन को पूरा किया जाएगा। चरणबद्ध ढंग से डीपीआर बनाने का काम किया जाएगा।
बताया जा रहा है कि पावर कारपोरेशन को 200 मैगावाट सोलर पावर उत्पादन के लिए वित्तीय मदद वल्र्ड बैंक करेगा। इसके लिए 6 नव बर को वल्र्ड बैंक के साथ एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर भी हो चुके हैं। 40 मैगावाट उत्पादन के टेंडर फाइनल स्टेज पर हैं जबकि 100 मैगावाट क्षमता के उत्पादन के दोहन के लिए प्रRिया चल रही है। बहरहाल शनिवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू इस परियोजना की आधारशिला रखेंगे और मार्च महीने से पहले इस प्रोजेक्ट पर काम पूरा करके इसे लक्ष्य के अनुसार उत्पादन में ला दिया जाएगा।