हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल का विस्तार : राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने 2 नए मंत्रियों को दिलाई शपथ

शिमला (गजेंद्र): राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज राज भवन में आयोजित एक गरिमापूर्ण समारोह में प्रदेश मंत्रिमंडल के दो नए सदस्यों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू भी उपस्थित थे। मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने कार्यवाही का संचालन किया। बिलासपुर जिला के घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र.

शिमला (गजेंद्र): राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज राज भवन में आयोजित एक गरिमापूर्ण समारोह में प्रदेश मंत्रिमंडल के दो नए सदस्यों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू भी उपस्थित थे। मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने कार्यवाही का संचालन किया। बिलासपुर जिला के घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र से चुने गए राजेश धर्माणी और कांगड़ा जिला के जयसिंहपुर विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित यादविन्द्र गोमा ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, कैबिनेट मंत्रीगण, मुख्य संसदीय सचिव, प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान, विभिन्न आयोगों के अध्यक्ष, विधायकगण, वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों सहित नए बने मंत्रियों के परिजन भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

राजेश धर्माणी का जीवन परिचय

राजेश धर्माणी का जन्म 2 अप्रैल, 1972 को जिला बिलासपुर के घुमारवीं में श्रीमती बिमला देवी एवं श्री रतन लाल धर्माणी के घर हुआ। इन्होंने एनआईटी हमीरपुर से बी.टेक (सिविल) और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) से एमबीए की शिक्षा ग्रहण की। इनका विवाह श्रीमती सोनिका शर्मा से हुआ। इनकी एक सुपुत्री है। धर्माणी प्रदेश कांग्रेस समिति के सचिव, उपाध्यक्ष तथा महासचिव पद पर कार्य कर चुके हैं। इसके अतिरिक्त राज्य युवा कांग्रेस के अध्यक्ष, जिला कांग्रेस समिति के सचिव, अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव एवं एनएसयूआई तकनीकी प्रकोष्ठ के संयोजक भी रहे।

राजेश धर्माणी दिसंबर, 2007 में प्रदेश विधान सभा के लिए चुने गए और वर्ष 2012 में पुनः निर्वाचित हुए। वह वर्ष 2007-2012 तक प्राक्कलन और मानव विकास समितियों के सदस्य और वर्ष 2013 से 2017 तक मुख्य संसदीय सचिव रहे। दिसंबर, 2022 में प्रदेश विधान सभा के लिए तीसरी बार चुने गए और मानव विकास समिति के अध्यक्ष के रूप में नामित हुए। साथ ही लोक लेखा और ई-गवर्नेंस-सह-सामान्य प्रयोजन समितियों के सदस्य नामित हुए। कृषि एवं सेरीकल्चर में विशेष अभिरूचि रखने वाले धर्माणी समाज सेवा में भी निरंतर सक्रिय रहे हैं और गरीब बच्चों को उच्च शिक्षा प्रदान करने में इनका उल्लेखनीय योगदान रहा है।

यादविन्द्र गोमा का जीवन परिचय

यादविन्द्र गोमा का जन्म 4 फरवरी, 1986 को पालमपुर, जिला कांगड़ा, में श्रीमती विद्या देवी एवं श्री मिल्खी राम गोमा (पूर्व विधायक) के घर हुआ। इन्होंने बी.टेक (मैकेनिकल इंजीनियरिंग) तथा आईईईटी बद्दी से एमबीए की शिक्षा ग्रहण की। इनका विवाह श्रीमती नीलम गोमा से हुआ। इनकी एक सुपुत्री है।

यादविन्द्र गोमा वर्ष 2010-2015 तक जयसिंहपुर निर्वाचन क्षेत्र से युवा कांग्रेस के अध्यक्ष, वर्ष 2011 से 2014 तक राज्य राजीव गांधी पंचायती राज संगठन के महासचिव और वर्ष 2019-2021 तक हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष रहे। वर्ष 2012 में श्री गोमा प्रदेश विधान सभा के लिए चुने गए और दिसंबर, 2022 में पुनः निर्वाचित हुए। वह अधीनस्थ विधान समिति के अध्यक्ष और कल्याण एवं नियम समितियों के सदस्य के रूप में मनोनीत किए गए।

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