दिव्यांग बच्चों के सिर से छिन गई स्कूल की छत, रोते बिलखते पहुंचे SDM कार्यालय, स्कूल बहाल कराने की लगाई गुहार

रामपुर बुशहर (मीनाक्षी) : कोशिश एक आशा फाउंडेशन के दिव्यांग छात्रों द्वारा आज रामपुर बाजार से होकर एसडीएम कार्यालय तक रोष रैली का आयोजन किया। यह रैली भीमांकाली ट्रस्ट व रामपुर प्रशासन के खिलाफ निकाली गई। इस दौरान दिव्यांग बच्चे, अभिभावक व अन्य रामपुर के नागरिक भी मौजूद रहें। इस दौरान अभिभावकों ने बताया कि.

रामपुर बुशहर (मीनाक्षी) : कोशिश एक आशा फाउंडेशन के दिव्यांग छात्रों द्वारा आज रामपुर बाजार से होकर एसडीएम कार्यालय तक रोष रैली का आयोजन किया। यह रैली भीमांकाली ट्रस्ट व रामपुर प्रशासन के खिलाफ निकाली गई। इस दौरान दिव्यांग बच्चे, अभिभावक व अन्य रामपुर के नागरिक भी मौजूद रहें। इस दौरान अभिभावकों ने बताया कि भीमाकाली मंदिर ट्रस्ट द्वारा छात्रों के साथ अन्यायपूर्ण कार्य किया है। उन्होंने कहा कि आज हमारे बच्चों के सर से स्कूल की छत छीन ली गई है। ऐसे में अब हमारे बच्चे कहां शिक्षा ग्रहण करेंगे।

उन्होंने बताया कि आज राजनीति का शिकार हमारे बच्चों को होना पढ़ रहा है। अभिभावकों ने स्कूल परिसर में ताला लगाने को लेकर राजनीति करने के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि यदि व्यक्ति विशेष से कोई दिक्कत है तो वह आपस में सुलझाने का प्रयास करें! ऐसे में दिव्यांग बच्चों को राजनीति के अखाड़े में खड़ा करने का प्रयास न करें। उन्होंने बताया कि आज लंगर लगाने के लिए स्कूल को खाली करवाने का प्रयास किया गया। दिव्यांगों की शिक्षा से बढ़कर और क्या कार्य हो सकता है। अभिभावकों का कहना है कि एक तरफ पहले ही हिमाचल प्रदेश आपदा से जुझ रहा है वहीं दुसरी और ऐसी घड़ी में दिव्यांगों व अभिभावकों को परेशान करने का कार्य किया जा रहा हैं।

वहीं बता दें कि कोशिश एक आशा फाउंडेशन के तहत स्कूल जिसमें दिव्यांग बच्चों को पढ़ाया जाता है, भीमाकाली मंदिर ट्रस्ट परिसर में एक हाल में चलाया जा रहा था जो पिछले 6 सालों से कोशिश एक आशा फाउंडेशन को लीज पर दिया गया था, जिनकी लीज जून माह में समाप्त हो गई है, जिस पर कोशिश एक आशा फाउंडेशन की प्रधान स्वाति बंसल ने बतलाया कि जून माह में इन्होंने लीज को रिन्यू करने के लिए आवेदन किया था जिस पर ट्रस्ट द्वारा इन्हें इस हाल को खाली करने के लिए नोटीस जारी किया गया, क्योंकि इसमें कोई धार्मिक अनुष्ठान के कार्यक्रम होने हैं बारे में बताया गया परंतु 16 अगस्त को स्कूलों में छुट्टियां की गई थी। इनका कहना है कि प्रशासन ने वहां पर जाकर अपना ताला लगा दिया है।

वहीं इन बच्चों को अब पढ़ाने के लिए उनके पास कोई स्थान नहीं है। इस ट्रस्ट द्वारा चलाए जा रहे स्कूल में कुल 30 दिव्यांग छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं जिस पर आज कोशिश एक आशा फाउंडेशन की प्रधान स्वाति बंसल की अध्यक्षता में सभी दिव्यांग बच्चे, अभिभावक व अन्य स्थानीय लोग इनकी संख्या में एसडीएम के कार्यालय में पहुंचे और धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान मांग की कि भीमाकली मंदिर ट्रस्ट वाला हॉल स्कूल के लिए दिया जाए।

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