शिमला : राजधानी शिमला समेत समूचे प्रदेश में बर्फबारी व बारिश से शीतलहर बढ़ गई है। शिमला, कुफरी, नारकंडा, खड़ापत्थर, चौपाल, रोहडू़, चांशल, नारकंडा, लाहौल स्पीति जिले के लोसर में रोहतांग टनल, कुंजुमपास, बारालाचा लाहौल स्पीति, किन्नौर, कुल्लू और चंबा के पांगी, भरमौर के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी बर्फ की मोटी परत बिछ गई है, जबकि अन्य क्षेत्रों में बारिश होने से समूचा प्रदेश शीतलहर की चपेट में है। बर्फबारी के चलते 245 के करीब छोटी बड़ी सड़कें बंद हो गई है, जबकि 4 एनएच भी बाधित हैं। सबसे ज्यादा 177 सड़कें लाहौल स्पीति में बंद है। चंबा जिले में 14, किन्नौर में 11, कांगड़ा में 2, कुल्लू में 10, मंडी में 10 और शिमला में 21 सड़कें अवरुद्ध हैं। इसके अलावा 623 बिजली की लाइनें ठप हो गई है और कई क्षेत्रों में ब्लैकआउट छा गया है। चंबा जिले में 48, कुल्लू जिले में 311, मंडी में 154, शिमला जिले के कोटखाई सब डिवीजन में 110 बिजली ट्रांसफार्मर ठप हैं। वहीं एक जलापूर्ति योजना भी प्रभावित है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला विभाग ने शनिवार से मौसम साफ रहने का अनुमान लगाया है। आने वाले 4 दिनों में धुंध और शीतलहर बढ़ने का यलो अलर्ट जारी किया है। सबसे ज्यादा हिमपात कुल्लू के कोठी में 40 सेंटीमीटर रिकॉर्ड किया गया है। शिमला में 6 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई है। सबसे ज्यादा 23 मिलीमीटर बारिश मनाली में रिकॉर्ड की गई है। ताजा बारिश व बर्फबारी से समूचा प्रदेश शीतलहर की चपेट में है, क्योंकि तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है। शिमला का न्यूनतम तापमान 0.6 चल रहा है। केलांग, मनाली, कुफरी, कल्पा व नारकंडा में तापमान माईनस में चल रहे है। सबसे कम तापमान केलांग में माइनस 7.2 डिग्री दर्ज किया गया है। वहीं शिमला जिला में बर्फबारी के कारण शहर की सड़को समेत अप्पर शिमला की कई सड़काें पर शनिवार सुबह वाहनो की आवाजाही में ब्रेक लग गई। शहर की लक्कड़ बाजार, टक्का बेंच और सकरुलर रोड से ऊपर जाखू तक सुबह वाहनों की आवाजाही बंद रही।
हांलाकि सुबह 10 बजे तक इन सड़कों को वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया। शिमला से अप्पर शिमला जाने वाली सड़कों पर कुफरी से आगे सुबह के समय कोई आवाजाही नहीं हुई। शिमला रामपुर नेशनल हाईवे समेत शिमला रोहड़ू और शिमला चौपाल सड़क मार्ग पर सुबह वाहनों की आवाजाही प्रभावित रही। नारकंडा में बर्फबारी के बाद शुक्रवार को शिमला रामपुर रिकांगपिओ रूट पर बसों का संचालन शुरू नहीं हो पाया। इस रूट पर एचआरटीसी ने वैकल्पिक मार्ग बसंतपुर होते हुए बसें संचालित की। शिमला चौपाल नेरवा मार्ग और खिड़की के पास सड़क पर फिसलन के कारण बार-बार ट्रैफिक प्रभावित होता रहा, जबकि शिमला रोहड़ू मार्ग पर खड़ापत्थर में सुबह के समय फिसलन रही हालांकि बसों का संचालन जारी रहा हैं।
कहा कितनी हुई बर्फबारी
रोहतांग में 60 सेंटीमीटर बर्फबारी, अटल टनल नॉर्थ 30 सेंमी, अटल टनल साउथ 45 सेंमी, धुंधी 40 सेंमी, रोहतांग 60 सेंमी, दारचा 25 सेंमी, कोकसर 35 सेंमी, कुंजुम 55 सेंमी, घेपन पीक 70 सेंमी, सीबी रेंज 70 से 100 सेंमी, गोंधला 15 सेंमी, खंगसर 20 सेंमी और यांगला में 20 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई है।
कुफरी चायल के लिए भी बसों की आवाजाही प्रभावित
शिमला वाया कुफरी चायल के लिए भी बसों की आवाजाही प्रभावित रही। बसें न चलने से यात्रियों को परेशानी ङोलनी पड़ी। ताजा बर्फवारी के बाद शिमला शहर में यातायात व्यवस्था पर कोई असर नहीं पड़ा है। शुक्रवार से कुफरी में बार-बार हो रही बर्फबारी से बसों की आवाजाही प्रभावित होती रही। शिमला चौपाल सड़क पर खिड़की के पास सड़क पर फिसलन होने से यातायात प्रभावित हुआ। जिला में करीब 50 से अधिक रूटों पर शुक्रवार को बसें नहीं चलाई जा सकी।
नैशनल हाईवे-5 पर नारकंडा में वाहनों के पहिए थमे
राजधानी शिमला के नारकंडा में शुक्रवार रात को फिर से बर्फबारी होने से नेशनल हाईवे-5 पर वाहनों के पहिये थम गए हैं। वहीं एहतियातन वाया सुन्नी बसों को भेजा जा रहा है। लोक निर्माण विभाग की टीम भी मशीन और मजदूरों की मदद से हाईवे को खोलने में जुटी है। नारकंडा में समय रहते हिमपात होने से स्कीइंग स्लोप धोमड़ी में भी स्कीइंग होने की आस जगी है। ऐसे में पर्यटन नगरी नारकंडा में पर्यटकों की आवाजाही भी अब बढ़ सकती है। 2 दिन से हुई बर्फबारी होने से समूचा क्षेत्र शीतलहर की चपेट में आ गया है।
बसों को वाया सुन्नी जा रहा भेजा
नारकंडा सहित हाटू पीक के साथ लगते क्षेत्र बर्फ की सफेद चादर में लिपटे नजर आए। नेशनल हाईवे-5 पर बसों की आवाजाही गुरुवार शाम से ही नारकंडा से बंद कर दी गई है। रामपुर की ओर से बसों को वाया सुन्नी भेजा जा रहा। शनिवार सुबह से छोटे और बड़े वाहनों की आवाजाही भी बंद हो गई है। नारकंडा में बर्फबारी होने से फिसलन बनी है जिस कारण बसों को वाया सुन्नी भेजा जा रहा है। लोगों से भी एहतियात बरतने की अपील की गई है।