हैदराबाद : शहर की एक अदालत ने गुरुवार को तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग (टीएसपीएससी) परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में तीन आरोपियों को सशर्त जमानत दे दी। नामपल्ली आपराधिक अदालत ने रेणुका, रमेश और प्रशांत रेड्डी को 50-50 हजार रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दी। अदालत ने उन्हें सप्ताह में तीन दिन विशेष जांच दल (एसआईटी) के समक्ष पेश होने का निर्देश दिया। अदालत ने पुलिस को उनके पासपोर्ट भी जब्त करने को कहा। उन्हें तीन महीने तक हर सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को एसआईटी के सामने पेश होने को कहा गया है।
इससे पहले कोर्ट ने रेणुका की जमानत याचिका खारिज कर दी थी। उसने इस आधार पर जमानत मांगी थी कि उसे एक बच्चे की देखभाल करनी है और खुद के खराब स्वास्थ्य का हवाला दिया था। रेणुका इस मामले में तीसरे नंबर की आरोपी हैं। वह मुख्य आरोपी पी. प्रवीण कुमार की दोस्त है, जो टीएसपीएससी में सहायक अनुभाग अधिकारी के रूप में कार्यरत थे। पूर्व शिक्षका रेणुका ने प्रवीण से अपने भाई राजेश्वर नायक के लिए प्रश्नपत्र खरीदा था, जो सहायक अभियंता परीक्षा में उपस्थित हुआ था। उसने अपने पति लावद्यवथ ढक्या के साथ कथित रूप से एक पुलिस कांस्टेबल केटवथ श्रीनिवास के माध्यम से अन्य उम्मीदवारों को प्रश्नपत्र बेचे थे।
एसआईटी ने मंगलवार को मामले में छह और लोगों को गिरफ्तार किया। इस मामले में अब तक 27 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। टीएसपीएससी घोटाला 13 मार्च को एक युवक की शिकायत के बाद सामने आया था। पुलिस ने शुरू में टीएसपीएससी में एक नेटवर्क व्यवस्थापक प्रवीण कुमार और राजशेखर रेड्डी सहित नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया था। उन्होंने कथित तौर पर आयोग के एक गोपनीय खंड में एक कंप्यूटर से कुछ परीक्षाओं के प्रश्नपत्र चुरा लिए थे और उन्हें अन्य आरोपियों को बेच दिया था।