ठियोग से विधायक कुलदीप राठौर ने सदन में उठाया सेब का मुद्दा नियम 61 के तहत उठाया मामला कुलदीप राठौर ने सदन में कहा किलो के हिसाब सेब खरीदने का फैसला सही लेकिन पूरी तरह लागू नहीं हो पाया ये फैसला टेलीस्कोपिक कार्टन अभी बाजार में चलन में हैं इसको लेकर भ्रम की स्थिती, प्रदेश के बाहर की मंडियों में इस तरह की व्यवस्था नहीं है कई बागवानों ने प्रदेश के बाहर सेब बेचा, जिससे राज्य सरकार को भी नुकसान हुई करोड़ों की लागत से हिमाचल में मंडियां विकसित हुई
कुलदीप राठौर ने कहा खेती फायदे का सौदा नहीं रही लागत बढ़ती जा रही है लाभ कम मिल रहा है, सरकार को गंभीरता से विचार करने की जरूरत है बागवानी को बचाने की जरूरत केंद्र सरकार ने विदेशी सेब के आयात पर ड्यूटी घटाई इससे 70% किया जाए विपक्ष भी इस पर सहयोग करे, इससे बागवानों को नुकसान हो रहा है
वहीं सेब के मुद्दे पर बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने सदन में कहा, वजन के हिसाब से सेब बेचने का फैसला पूरी तरह से लागू, सख्ती से लागू किया गया है फैसला, सभी फलों को वजन के हिसाब से बेचा जा रहा है, आज तक सेब बागवानों को इतने दाम नहीं मिले, नियमों की उल्लंघना पर अब तक आढ़तियों पर 22 लाख रू. से ज्यादा का जुर्माना किया गया है
अगले साल से यूनिवर्सल कार्टन अनिवार्य किया जाएगा, सरकार ने फैसला किया, 24 किलो से ज्यादा का नहीं होगा कार्टन