नेपाली मूल की महिलाओं ने नाहन में बड़े हर्षोल्लास से मनाया हरितालिका तीज पर्व

नाहन: जिला मुख्यालय नाहन में शुक्रवार को नेपाली समुदाय के लोगों ने हरितालिका तीज का पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया। इस मौके पर आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में सर्वप्रथम भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा अर्चना करने के बाद नेपाली मूल से संबंध रखने वाली महिलाओं द्वारा अपने पारंपरिक परिधानों व गहनों में.

नाहन: जिला मुख्यालय नाहन में शुक्रवार को नेपाली समुदाय के लोगों ने हरितालिका तीज का पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया। इस मौके पर आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में सर्वप्रथम भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा अर्चना करने के बाद नेपाली मूल से संबंध रखने वाली महिलाओं द्वारा अपने पारंपरिक परिधानों व गहनों में सज संवर कर पारंपरिक गीतों पर नृत्य कर अपनी खुशियों का जमकर इजहार किया गया। साथ ही नेपाली सुहागिन महिलाओं ने अपने पति की लंबी आयु की कामना के लिए निर्जल व्रत रखा।

जबकि अगले दो दिन सुहागिनें पंचमी तक फलाहार कर व्रत का पालन करेंगी। इस दिन सुहागिनें वैवाहिक सुख का प्रतीक लाल साड़ी, चूड़ियां और अन्य श्रृंगार कर इस तीज उत्सव को पारंपरिक तरीके से मनाती है। बता दें कि हरतालिका तीज व्रत को नेपाल में बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन पर गौरी-शंकर की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। मान्यताओं के अनुसार सच्ची आस्था के साथ इस पर्व को मानने वाली सुहागिनों को सौभाग्य की प्राप्ति होती है। साथ ही सदा सुहागन रहने का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

जबकि इस व्रत को रखने वाली कुंवारी कन्याओं को मनचाहा वर मिलता है। लिहाजातीज त्योहार के लिए महिलाएं और लड़कियां कई दिनों पहले से ही तैयारी करना शुरू कर देती है। तीज पर्व की सबसे खास विशेषताओं में से एक है लाल पोशाक, जिसमें महिलाएं खूबसूरत लाल साड़ी, चूड़ियां और अन्य श्रृंगार करतीं हैं। इस कार्यक्रम में विशेष रूप से शामिल हुए सिरमौर रियासत राजघराने के सदस्य एवं पूर्व विधायक कंवर अजय बहादुर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि करवा चौथ व्रत की तर्ज पर नेपाल में हरितालिका तीज का पर्व बड़ी आस्था के साथ मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि हरितालिका तीज का पर्व भगवान शिव पार्वती को समर्पित है।

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