अगर आप भी कर रहे है सर्दियों का इंतजार तो जानिए इस बार कैसी पड़ेगी ठंड

जैसे आप जानते है कि नवंबर का महीना आने वाला है और आमतौर पर इस समय उत्तरी भारत में सर्दी भी शुरु हो जाती है. इस साल हालांकि हल्की ठंड ने एंट्री तो मारी है, लेकिन आने वाले समय में भयंकर ठंड वाला मौसम शायद ही देखने को मिले. मौसम में इस बदलाव में एल.

जैसे आप जानते है कि नवंबर का महीना आने वाला है और आमतौर पर इस समय उत्तरी भारत में सर्दी भी शुरु हो जाती है. इस साल हालांकि हल्की ठंड ने एंट्री तो मारी है, लेकिन आने वाले समय में भयंकर ठंड वाला मौसम शायद ही देखने को मिले. मौसम में इस बदलाव में एल नीनो जैसे ग्लोबल फैक्टर का असर तो है साथ ही, उत्तर पश्चिमी मैदानी इलाकों के स्थानीय कारक भी इसके लिए जिम्मेदार हैं।

जानिए इस साल कैसी रहेगी ठंड

ये साल एल-नीनो साल है, यानि समुद्र का तापमान सामान्य से अधिक होता है. एल-नीनो का असर अगले साल मार्च-अप्रैल तक सबसे अधिक रहने की संभावना है जो इस साल तेज़ सर्दी नहीं आने देगा. ना सिर्फ इसकी वज़ह से दिसंबर-जनवरी के पीक महीनों में कम सर्दी होने का अनुमान है, बल्कि फरवरी महीने से गर्मी की दस्तक भी सुनाई पड़ सकती है. सोमा सेन रॉय के मुताबिक “अभी आने वाले कुछ दिनों में आस-पास के इलाकों में अच्छी बारिश होने की संभावना भी ना के बराबर है. दरअसल एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस इस हफ्ते के दूसरे हिस्से यानि 2 नवंबर के आस-पास सक्रिय तो होगा लेकिन कमज़ोर वेस्टर्न डिस्टरबेंस में बादल वाला मौसम तो लाएगा लेकिन बारिश की संभावना न के बराबर है, जिससे मौजूदा शुष्क मौसम में बदलाव का अनुमान कम ही है.” जानकारों की मानें तो वेस्टर्न डिस्टरबेंस भी उस साल कम ही आते हैं जिस साल एल-नीनो प्रभावशाली होता है.

- विज्ञापन -

Latest News